इंदौर। शहर में वायरल बुखार, चिकनगुुनिया और डेंगू से पीड़ितों की संख्या में कमी नहीं आई है। इसके बावजूद स्थानीय अधिकारियों ने बीमारियों की रोकथाम और लोगों को जागरुक करने के लिए कोई अभियान नहीं चलाया। हाल ही में सांसद तथा लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने इस मामले में प्रदेश के दो मंत्रियों से चर्चा की थी। ताई ने मंत्रियों से कहा था कि स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम को अभियान चलाने के निर्देश दें। इसका असर अब नजर आ रहा है। अधिकारी सक्रिय हुए हैं और घरों व संस्थानों में मच्छरों के लार्वा ढूंढने के लिए सर्वे शुरू किया गया है। जिनके घरों में लार्वा मिले उन पर जुर्माना भी किया जा रहा है। ताई ने नगरीय प्रशासन मंत्री माया सिंह और स्वास्थ्य मंत्री रुस्तमसिंह से चर्चा कर इंदौर शहर की स्थिति की जानकारी दी थी। दोनों मंत्रियों से उन्होंने तुरंत कार्रवाई का आग्रह किया था। ताई ने कलेक्टर से भी चर्चा की थी। इसके बाद कलेक्टर निशांत वरवडे एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एचएन नायक के निर्देशानुसार शहर में कार्रवाई शुरू की गई है। मलेरिया विभाग तथा नगर निगम की संयुक्त टीम द्वारा मंगलवार को छोटी ग्वालटोली और सरवटे बस स्टैंड क्षेत्र में होटल, लॉज, रेस्टोरेंट के अलावा करीब 300 घरों में भी मच्छरों के लार्वा की जांच की गई। जहां लार्वा पाया गया वहां तुरंत उसे नष्ट किया गया और भरे हुए पानी को हटवाया गया। जिन घरों अथवा संस्थानों में लार्वा मिला उनसे कुल साढ़े 8 हजार रुपए जुर्माना वसूल किया गया। जिला मलेरिया अधिकारी डी.के.जैन ने बताया कि नटराज होटल, विजेंद्र लॉज, मदनी होटल पर लार्वा पाए जाने पर जुर्माना वसूल किया गया। टीम ने लोगों को समझाइश भी दी कि रेस्टोरेंट, होटल, घरों आदि में लार्वा नहीं पनपने दें। इस संबंध में परचे भी वितरित किए गए। टीम द्वारा प्रतिदिन कार्रवाई की जाएगी।
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