इंदौर। भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार 4 अक्टूबर से प्रारंभ फोटोयुक्त मतदाता सूची के विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण-2018 के तहत कार्य जारी है। सूची को विश्वसनीय बनाने और उसमें अधिक से अधिक मतदाताओं ने नाम जोड़ने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। दावे एवं आपत्तियां प्रस्तुत करने की अवधि बढ़ा कर अंतिम तिथि 30 नवंबर कर दी गई है। अभियान के तहत 15 से 30 नवंबर तक बी.एल.ओ. द्वारा घर-घर जाकर नए आवेदनों की जांच की जाएगी। पिछले पुनरीक्षण में छूटे हुए योग्य नागरिकों को एवं 1 जनवरी 2018 को योग्यता रखने वाले नागरिकों को फार्म नंबर 6 का वितरण कर उनसे भरे हुए फार्म प्राप्त किए जाएंगे। इसके साथ ही यह जानकारी भी एकत्र की जाएगी कि 1 जनवरी 2019 को कौन-कौन युवा मतदाता बनने के योग्य हो जाएंगे। मतदाता सूची में संशोधन के लिए मृतकों के नाम हटाए जाएंगे। कलेक्टर द्वारा निर्देश दिए गए हैं कि निर्वाचन रजिस्ट्रीकरण अधिकारी अपने विधानसभा क्षेत्र में 5 प्रतिशत मतदान केंद्रों तथा सहायक निर्वाचन रजिस्ट्रीकरण अधिकारी 10 प्रतिशत मतदान केंद्रों पर स्वयं निरीक्षण करेंगे और उसकी रिपोर्ट कलेक्टर कार्यालय में प्रस्तुत करेंगे।
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