इंदौर। इन दिनों शहर के साथ ही जिले की ग्रामीण क्षेत्रों की विधानसभाओं में वर्ष 2018 में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर नेताओं द्वारा तैयारी की जा रही है। इसी श्रंखला में देपालपुर विधानसभा क्षेत्र में तो एक ही सप्ताह में कांग्रेस के तीनों दावेदारों ने ताकत दिखाने का प्रयास किया है।
जानकारी के मुताबिक एक ओर जहां जिला कांग्रेस किसान कमेटी के अध्यक्ष मोतीसिंह पटेल ने किसानों की समस्या को लेकर आंदोलन की चेतावनी दी थी तो उन्हें प्रशासन ने जेल भेज दिया था। इससे 5 दिनों तक निरंतर उनके समर्थकों ने क्षेत्र में प्रदर्शन कर माहौल बनाया था। वहीं इस दौरान पूर्व विधायक स्वं. जगदीश पटेल के पुत्र विशाल पटेल ने स्वयं के जन्मदिन के मौके पर पूरे विधानसभा क्षेत्र में रैली निकाली थी। इसमें उन्होंने कई नेताओं का साधने का प्रयास किया। गुरुवार को क्षेत्र के पूर्व विधायक सत्यनारायण पटेल ने भी सड़क पर आकर ताकत दिखाने का प्रयास किया। उन्होंने कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर देपालपुर के साथ गांव मिर्जापुर, अरनिया और बड़ोदिया में बेरोजगार स्वाभिमान यात्रा निकाली। एक ही सप्ताह में तीनों नेताओं के एकाएक सक्रिय होने से पार्टी के साथ ही क्षेत्र में चर्चाओं के दौर शुरू हो गए हैं।
एक-दूसरे के खिलाफ ही हैं
खास बात यह है कि तीनों नेता ही एक-दूसरे के खिलाफ ही हैं। इसी कारण तो क्षेत्र में भाजपा के मनोज पटेल को जीत मिली थी। अभी भी इन नेताओं के बीच में नहीं बन रही है। सबके राजनीतिक आका भी अलग-अलग हैैं। इसलिए वे समय-समय पर उन्हें क्षेत्र में लाकर स्वयं के पक्ष में माहौल बनाने में लगे रहते हैं।
समाज के सर्वाधिक वोटर
इस क्षेत्र में सर्वाधिक वोटर इन तीनों नेताओं के कलौता समाज के हैं। एक अनुमान के मुताबिक 60 हजार से अधिक वोटर इस समाज के हैं। इसलिए तीनों ने अभी से ही समाज के प्रमुख लोगों को भी साधने का प्रयास शुरू कर दिया है। इतना ही नहीं उन लोगों के साथ ही समाजजन के लिए आयोजन भी रखकर वहां पर भोजन पार्टी भी दी जा रही है।
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