इंदौर। जिला अंधत्व निवारण समिति द्वारा गुरुवार से मोतियाबिंद निवारण शिविर आयोजित किए जा रहे हैं। जिले में 8 हजार से अधिक आॅपरेशन का लक्ष्य रखा गया है। जानकारी के मुताबिक समिति ने निर्णय लिया है कि 15 दिसंबर से 31 जनवरी तक चलने वाले इस अभियान की शुरूआत ग्रामीण क्षेत्रों से की जाए। इसके तहत मोतिायाबिंद निवारण शिविर के सभी आयोजन फिलहाल तो जिले की चारों तहसील में होंगे। इसमें देपालपुर के साथ हातोद, सांवेर और राऊ क्षेत्र शामिल हैं। इसके बाद शहर की प्रत्येक विधानसभा में वार्ड स्तर पर शिविर लगाए जाएंगे। प्रभारी कलेक्टर रुचिका चौहान ने एक एसडीएम को डेढ़ माह तक निरंतर चलने वाले इस अभियान के लिए प्रभार सौंपा है। उनके द्वारा ही हर दिन की रिपोर्ट तलब की जाएगी।
500 स्थलों पर शिविर लगेंगे
एक अनुमान लगाया गया है कि इस बार 45 दिवसीय अभियान के तहत जिले में 500 स्थलों पर शिविर आयोजित किए जाएंगे। इनमें निजी अस्पताल, ट्रस्ट, महिला संगठन, एनजीओ के साथ ही सरकारी अस्पतालों में शिविर लगेंगे। शिविरों में आमजन की आंखों की जांच और उपचार नि:शुल्क होगी।
पीड़ितों के रहने-खाने का खर्च भी वहन होगा
सूत्रों का कहना है कि इस बार शिविर में पीड़ितों को सरकार की ओर से अस्पताल में रहने की व्यवस्था के साथ ही भोजन-नाश्ते की भी व्यवस्था कराई जा रही है। इसका कोई खर्च पीड़ित को नहीं देना होगा। उनके साथ ही एक अटेंडर की के भोजन, नाश्ते की व्यवस्था भी प्रशासन द्वारा की जाएगी।
अवकाश सभी के निरस्त किए
अभियान के लिए हमारे द्वारा सभी के अवकाश निरस्त कर दिए गए है। डेढ़ माह तक निरंतर अभियान चलेगा। इस दौरान किसी भी पीड़ित से उपचार का कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा। राष्ट्रीय अंधत्व निवारण समिति के दिशानिर्देश पर ही शिविर आयोजित होंगे।
डॉ. टीएस होरा
प्रभारी, जिला अंधत्व निवारण समिति
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