इंदौर। इंडियन रेडक्रॉस सोसाइटी की इंदौर शाखा के समक्ष धन का संकट खड़ा होता जा रहा है। प्रशासन और अन्य विभाग मिल कर सोसाइटी के लिए हर वर्ष राशि जुटाते हैं लेकिन इस वित्तीय वर्ष में प्रशासन से लेकर अन्य विभागों तक किसी ने भी इस ओर ध्यान नहीं दिया। सोसाइटी द्वारा इस राशि का उपयोग आपदा के समय आम लोगों के उपचार के साथ ही गरीब लोगों के उपचार में भी किया जाता है।
रेडक्रॉस सोसाइटी की जिला शाखा के अध्यक्ष कलेक्टर हैं। अध्यक्ष द्वारा वित्तीय वर्ष की शुरूआत में ही सोसाइटी के फंड की व्यवस्था के लिए विभिन्न विभागों के लिए लक्ष्य तय कर दिया जाता है। इसके अलावा सामाजिक संगठनों से भी राशि प्राप्त की जाती है। सूत्रों के अनुसार विभिन्न शासकीय विभागों द्वारा सोसाइटी के कोष में चालू वित्तीय वर्ष में 2 करोड़ रुपए की राशि जमा करानी है। वित्तीय वर्ष समाप्त होने में साढ़े तीन माह का समय बचा है लेकिन अब तक लगभग 25 प्रतिशत राशि ही जमा हो पाई है। जिला प्रशासन के निर्देशों के बाद भी अब तक किसी भी विभाग ने इस ओर गंभीरता से ध्यान नहीं दिया है। शासकीय विभाग आम लोगों को सोसाइटी के कामकाज की जानकारी देते हुए उन्हें इस अभियान से जुड़ने के लिए प्रेरित करते हैं। दिसंबर आधा बीत चुका है और अब तक रेडक्रॉस सोसाइटी के कोष में मात्र 53 लाख 24 हजार रुपए ही जमा हो पाए हैं। जिला प्रशासन का हिस्सा सबसे बड़ा है। प्रशासन को 1 करोड़ 20 लाख रुपए की राशि इस कोष में जमा कराना है लेकिन प्रशासन भी इस काम में काफी पिछड़ गया है। प्रशासन के हिस्से की राशि जुटाने का कार्य सभी एसडीएम को सौंपा गया है। जूनीइंदौर, विजय नगर, सांवेर और संयोगितागंज एसडीएम ने अब तक कोई राशि जमा नहीं कराई है जबकि वित्तीय वर्ष प्रारंभ होते ही उन्हें जानकारी दे दी गई थी कि उन्हें जनसहयोग से कितनी राशि की व्यवस्था कर सोसाइटी के कोष में जमा करानी है। आरटीओ को 8 लाख 40 हजार रुपए का लक्ष्य दिया गया है लेकिन अब तक आरटीओ ने मात्र 50 हजार रुपए ही जमा कराए हैं। इसी प्रकार आबकारी विभाग और नागरिक आपूर्ति विभाग ने मात्र 3 लाख रुपए ही जमा कराए हैं जबकि दोनों विभागों को 14 लाख रुपए का लक्ष्य दिया गया है। इसी प्रकार नगर निगम और विकास प्राधिकरण को 18-18 लाख रुपए जमा कराने का लक्ष्य दिया है लेकिन अब तक यहां से राशि रेडक्रॉस सोसाइटी को कोई राशि नहीं मिली है। खनिज विभाग को 6 लाख रुपए जमा कराना है लेकिन इस विभाग ने भी अब तक अपना खाता ही नहीं खोला है।
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