इंदौर। देवी अहिल्याबाई होलकर हवाई अड्डे पर आए दिन पार्किंग को लेकर हंगामे की बाते मंत्रालय तक भी पहुंची और लगातार हो रही शिकायतों को लेकर अब पार्किंग ठेकेदार ने ही इसका हल निकालने का प्रयत्न किया है। अब हवाई अड्डे पर स्मार्ट चिप वाली मशीन लगाने की कवायद की जा रही है।
दरअसल हवाई अड्डे पर पार्किंग शुल्क को लेकर लगातार हो रहे झगड़ो के कारण पार्किंग ठेकेदार भी परेशान हो गया था और विमानपत्तन प्राधिकरण के पास भी लगातार शिकायते पहुंचने और बातें लगातार मीडिया में आने से इंदौर हवाई अड्डे की छवि लगातार खराब होती जा रही थी।
इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए अब पार्किंग का ठेका जिस कंपनी ने लिया है उसने ही स्मार्ट मशीन लगाने की घोषणा की है। इस मशीन के लगने के बाद हवाई अड्डा परिसर में प्रवेश करते समय कार चालक को हरा बटन दबाकर स्मार्ट मशीन में से एक चिप निकालना होगी। इस चिप को कार चालक को संभालकर रखना होगी। यात्री को लेने के बाद जब कार चालक वापस लौटेगा तब चिप को फिर मशीन में डालना होगी। अगर मशीन ने बताया कि 7 मिनट से कम है तो वहां लगा बैरियर अपने आप खुल जाएगा और अगर सात मिनट से ज्यादा हो गए हैं तब आपको पार्किंग के पैसे देने होंगे।
इस नई व्यवस्था के कारण पार्किंग ठेकेदार और आम जनता के बीच विवाद कम होने की बात कही जा रही है। यह बात अभी भी स्पष्ट नहीं है कि अगर गाड़ी चालक ने मशीन पर ही गलत होने का आरोप लगा दिया तब क्या? व्यक्ति खुद की घड़ी दिखाने लग जाए तब क्या? वैसे काफी समय से चल रहे इस विवाद को लेकर कम से कम कुछ तो पहल हुई है वरना पार्किंग में लड़ाई को लेकर अक्सर एयरपोर्ट थाने पर शिकायतें की जाती हैं। नई व्यवस्था से कितना फर्क पड़ेगा यह तो समय बताएगा परंतु एक बात निश्चित है कि जिसे पैसे नहीं देने है वह कैसे भी करके पैसे नहीं देने की ही बात करेगा। सबसे अच्छा काम यही होगा कि विमानपत्तन प्राधिकरण को पार्किंग शुल्क देने की आदत डलवाने के लिए प्रयत्न करने चाहिए और इसके लिए बाकायदा अभियान छेड़ना चाहिए। इतने समय में आम जनता को कम से कम पार्किंग क्षेत्र में लगातार हो रहे झगड़ों में कमी जरुर महसूस होगी इतना जरुर कह सकते हैं बाकी यह इंदौर है और यहां की जनता भी बिरली है।
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