इंदौर। ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में इंडियन आॅर्थोपेडिक एसोसिएशन की अंतर्राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस आयोकॉन-2017 मंगलवार को शुरू हुई। पहले दिन 14 तकनीकी कार्यशालाएं हुईं। जिनमें डेड बॉडी के माध्यम से आॅपरेशन का वास्तविक प्रशिक्षण दिया गया। वीडियो और मॉडल्स के माध्यम से भी -प्रशिक्षण किया गया। हड्डी रोगों के उपचार की आधुनिकतम चिकित्सा पद्धति पर गहन मंथन हुआ। इंडियन आॅथोर्पेडिक एसोसिएशन के चेयरमैन डॉ. राम प्रभु और प्रसिद्ध सर्जन डॉ. एच.आर. झुनझुनवाला भी सम्मेलन में मौजूद हैं। आॅर्गनाइजिंग सेक्रेटरी डॉ. विनय तन्तुवे ने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय कांफ्रेंस में शामिल होने के लिए करीब 4 हजार डॉक्टर इंदौर पहुंच चुके हैं। विदेश के भी कई जाने माने विशेषज्ञ इनमें शामिल हैं। 6 दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मलेन में अलग-अलग तकनीकी सत्रों में विशेषज्ञ विकृति सुधार, प्लास्टर तकनीक, कमर के दर्द, कूल्हे और घुटने के जोड़ों के घिसाव को रोकने, मेडिको-लीगल-उपभोक्ता सरंक्षण, स्पाइन सर्जरी, पंजा और टखने के रोगों से बचाव और उपचार, हिप रिप्लेसमेंट, दूरबीन पद्धति से हड्डी का आॅपरेशन आदि विषयों पर विमर्श कर रहे हैं। मरीज और डॉक्टर द्वारा स्वयं के हित में कंप्यूटर और डिजिटल टेक्नोलॉजी का बेहतर उपयोग करने के संबंध में भी चर्चा होगी। सम्मेलन में पहले दिन 14 कार्यशालाएं आयोजित गईं। मेडिको-लीगल और कंज्यूमर प्रोटेक्शन पर उपभोक्ता विवाद व निवारण आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष जस्टिस डी.के. जैन और सदस्य डॉ. एस.एम. कानिटकर, आॅर्थोपेडिक में कंप्यूटर टेक्नोलॉजी पर मुंबई के डॉ. नीरज बिजलानी, एक्सटेंटेड इंडिकेशन्स आॅफ इंटरलॉकिंग नेल्स पर किंग्स कॉलेज लंदन के डॉ. रजत वर्मा, डॉ. जॉन मुखोपाध्याय, सेरेब्रल पाल्सी (मानसिक पक्षाघात) पर मुंबई के डॉ. जयंत सम्पत, प्रिजर्वेशन पर अहमदाबाद के डॉ. जवाहर पिचोरे और डॉ. एन.के. मागू, कमर की हड्डी में इंडोस्कोपी विषय पर पुणे के डॉ. गिरीश दातार, विरूपता सुधार पर ब्रिटेन के डॉ. एस.जी. होस्नी और डॉ. मिलिंद चौधरी, प्लास्टर तकनीक पर छत्तीसगढ़ के चिकित्सा शिक्षा संचालक सुबीर मुखर्जी, टीकेआर पर एम्स, दिल्ली के विभागाध्यक्ष डॉ. राजेश मल्होत्रा और डॉ. लाघवेन्दु, डॉ. हेमंत वाकणकर, डॉ. महेश कुलकर्णी के विशेष सत्र आयोजित हुए। सम्मेलन 31 दिसंबर तक जारी रहेगा। इसमें भाग लेने के लिए पद्मविभूषण डॉ. के.एच. संचेती, पद्मभूषण डॉ. एन.एस. लाढ, मिशिगन अमेरिका के सुप्रसिद्ध प्लास्टिक सर्जन डॉ. सतीश व्यास, किंग्स कॉलेज हॉस्पिटल, लंदन के आॅर्थोपेडिक सर्जन डॉ. लाहोटी, वेंकूवर-कनाडा में ब्रिटिश कोलंबिया हॉस्पिटल के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. किशोर मुलपुरी, डॉ. फिरास इब्राहीम, डॉ. फरहान अली, डॉ. शेखर अग्रवाल, डॉ. हेमंत वाकणकर सहित देश और दुनिया के डॉक्टर्स अपने विचार प्रस्तुत करेंगे। शरीर के अलग-अलग अंगों के विशेषज्ञ अपनी नई रिसर्च और उसके निष्कर्षों को साझा करेंगे और हड्डी चिकित्सा में हो रही गतिविधियों से अवगत कराएंगे। कांफ्रेंस में आॅर्थोपेडिक डॉक्टर हड्डियों के दर्द से छुटकारे के स्थायी समाधान पर चर्चा करने के साथ ही विशेष रूप से सामाजिक सरोकारों से जुड़कर सामाजिक दायित्व की दिशा में भी कदम उठाएंगे। आयोजन समिति के चेयरमैन डॉ. डी.के. तनेजा ने सभी आगंतुकों का स्वागत किया और सम्मेलन की विशेषताएं बताईं।
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