इंदौर। निगम कमिश्नर दौरा कर रहे हैं और इस बात की तस्दीक कर रहे हैं कि शहर में साफ सफाई को लेकर सब कुछ ठीक है या नहीं। निगम कमिश्नर जिधर भी जाते हैं वहां पर हड़कंप मच जाता है क्योंकि सभी निगम कमिश्नर के स्वभाव से परिचित हैं जो कि काम में कोताही बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करते। वर्तमान में निगम कमिश्नर सार्वजनिक शौचालयों की जांच भी कर रहे हैं और जहांं पर समस्या है वहां पर अधिकारियों डांट फटकार भी रहे हैं। निगम कमिश्नर को शौचालयों की समस्या तो नजर आ रही है परंतु आवारा कुत्तों की समस्या की ओर ध्यान जा ही नहीं रहा है। शहर में आवारा कुत्तों की समस्या दिन ब दिन बढ़ती जा रही है। नगर निगम न तो उनकी नसबंदी करवा रहा है और ना ही उन्हें पकड़ रहा है। आवारा कुत्तों के कारण गंदगी की समस्या भी बढ़ रही है और इसे लेकर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। आवारा कुत्ते हिंसक भी होते जा रहे हैं और इसका कारण है कि वर्तमान में शहर में साफ सफाई चरम पर है क्योंकि स्वच्छता सर्वेक्षण होने वाला है। इसके कारण कचरा इकठ्ठा नहीं होता और आवारा कुत्तों को खाने के लिए कुछ नहीं मिल पाता। इस कारण वे जो भी कचरे में दिखे उस पर लपक पड़ते हैं। जब लगातार उन्हें खाने के लिए कुछ नहीं मिल पाता है तो वे गुस्सैल हो जाते हैं और जो भी आने-जाने वाले होते हैं उन पर लपकना आरंभ कर देते हैं। इसके सबसे ज्यादा शिकार छोटे बच्चे हो रहे हैं। नगर निगम को इस ओर तत्काल ध्यान देते हुए इस समस्या का नियमानुसार निदान तलाश कर कार्रवाई करनी चाहिए।