इंदौर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ इंदौर महानगर द्वारा संघ के द्वितीय सरसंघचालक श्री गुरुजी के जन्मदिवस पर महानगर एकत्रीकरण का आयोजन चिमनबाग मैदान में किया गया। प्रांत प्रचारक मालवा डॉ. श्रीकांत मुख्य वक्ता थे।
डॉ. श्रीकांत ने कहा कि गुरुजी वर्ष 1940 से 1973 तक संघ के सरसंघचालक रहे। उन्होंने अपना पूरा जीवन समाज को समर्पित कर दिया। उन्होंने लगातार पूरे देश में यात्राएं कीं और राष्ट्र के कार्य के लिए स्वयंसेवकों को तैयार किया। जब भी देश में कहीं कोई विपत्ति आई तो गुरुजी ने महत्वपूर्ण भूमिक निभाई और स्वयंसेवकों को साथ लेकर कार्य किया। राजनीतिक समस्या हो या राष्ट्र की समस्या हो गुरुजी ने ऐसी समस्याओं को स्वयं की समस्या समझ कर उनका निराकरण करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। कश्मीर समस्या पर भी उन्होंने कार्य किया। कश्मीर को देश के साथ एक करने में उन्होंने अपना योगदान दिया। गुरुजी ने 5 जून 1973 को अंतिम सांस ली। कार्यक्रम में सेवानिवृत्त न्यायाधीश बीडी राठी, प्रांत सहकार्यवाह विनीत नवाथे, विभाग कार्यवाह दिलीप जैन भी मंच पर उपस्थित थे। कार्यक्रम में 5 हजार से अधिक स्वयंसेवक गणवेश में शामिल हुए। जो स्वयंसेवक निर्धारित समय से विलंब से पहुंचे उन्हें निर्धारित ब्लॉक से बाहर ही बैठाया गया।