इंदौर। शहर में जल्द ही एक ऐसा विवाह समारोह आयोजित होने जा रहा है, जिसके बारे में आज तक न तो सोचा गया हो गया होगा, और न ही देखा गया होगा। पर्यावरण को समर्पित इस विवाह समारोह में आने वाले सभी मेहमान हरियाली को बढ़ावा देने के पौधारोपण करेंगे। विवाह समारोह पूर्णत: जैविक पद्धति से होगा। उद्यमी भानु पटेल ने अपने बेटे दर्शन की शादी को कुछ अलग तरीके से करने का फैसला लिया। हमेशा पर्यावरण के लिए काम करने वाले पटेल ने शादी में मेहमानों से कोई तोहफा न लेते हुए प्रत्येक मेहमान से पौधारोपण करवा कर प्रकृति को समृद्ध बनाने की पहल की है। 25 फरवरी को देवगुराड़िया के आगे पेढमी गांव स्थित मां अहिल्या गौशाला में यह विवाह समारोह होगा। विवाह का समय सुबह 11 से शाम 4 बजे तक रखा गया है ताकि बिजली का बिलकुल भी उपयोग न करना पड़े। मेहमानों के निमंत्रण पत्र के लिए कागज का इस्तेमाल न करते हुए पत्तों पर हस्तलिखित पत्रिका भेजी गई है। समारोह में भी आने वाले मेहमानों के हाथों से ही वर-वधू को आशीर्वाद स्वरूप पौधे रोपित करवाए जाएंगे। समारोह में शहर के सभी पर्यावरण प्रेमियों को आमंत्रित किया गया है। पटेल का कहना है कि विवाह समारोह को वन उत्सव का रूप दिया जा रहा है। हरियाली को बढ़ावा देने के उद्देश्य के साथ 11 हजार 111 पौधे लगाने का संकल्प लिया गया है। आयोजन की कमान संभाल रहे पर्यावरण प्रेमी सतीश शर्मा ने बताया कि नाममात्र खर्च पर समारोह में लगाए गए प्रत्येक पौधों को पेड़ का रूप देने तक संभाला जाएगा। 100 साल में तैयार होने वाले वनों को मात्र 10 वर्ष में तैयार करने के लिए जैव विविधता विधि के जरिए पौधों की स्वावलंबी बनाने तक इनकी देखरेख की जाएगी।