इंदौर। स्वच्छ सर्वेक्षण 2018 में शहर को एक बार फिर देश में नंबर वन बनाने के लिए महापौर, निगमायुक्त सहित नगर निगम के सभी अधिकरी और कर्मचारी सड़कों पर शहर को स्वच्छ बनाए रखने में जुटे हैं। केंद्र की सर्वेक्षण टीम इंदौर पहुंच चुकी है।
महापौर मालिनी गौड़ ने सोमवार को शहर के कई क्षेत्रों में भ्रमण ्रकर सफाई व्यवस्था देखी। वे गंगवाल बस स्टैंड पहुंचीं और बस स्टैंड परिसर तथा वहां के शौचालयों को देखा। वे वहां खड़ी बसों के अंदर भी गईं और यह देखा कि उनमें डस्टबीन रखी है अथवा नहीं। सात बसों में डस्टबीन नहीं पाई जाने पर महापौर ने बस संचालकों पर 250-250 रुपए स्पॉट फाइन करने के आदेश दिए। मौजूद अधिकारियों ने तुरंत रसीद काट कर जुमार्ने की राशि वसूली। गंगवाल बस स्टैंड पर महापौर करीब एक घंटे तक रुकीं। सफाई के अलावा जल व्यवस्था व प्रकाश व्यवस्था की भी जांच की। महापौर ने शौचालय के बाहर रखे रजिस्टर का अवलोकन किया और स्टाफ से शौचालय का उपयोग करने वाले लोगों की संख्या की जानकारी ली। इसके उन्होंने सुझाव पुस्तिका एवं उसमें लिखी शिकायतों के निराकरण के बारे में भी जानकारी ली।इसके बाद महापौर सराफा कॉर्नर पहुंचीं और वहां भी सार्वजनिक शौचालय का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान फुटपाथ पर गंदगी पाए जाने के साथ ही यहां बीड़ी-सिगरेट के जले टुकड़े भी पड़े मिले। महापौर ने सफाई व जलप्रदाय व्यवस्था को दुरुस्त करने के निर्देश दिए। महापौर ने एमजी रोड और संजय सेतु के पास बने सार्वजनिक शौचालय का भी निरीक्षण किया। इसके अलावा नंदलालपुरा, अग्रसेन चौराहा के शौचालयों का निरीक्षण किया। तीन इमली बस स्टैंड पर महापौर ने बसों का निरीक्षण किया। यहां भी कई बसों में डस्टबीन नहीं मिले। ऐसी सभी बसों पर स्पॉट फाइन किया गया। इनमें गुमानसिंह मोहता, राजू खान, सौरभ पाटौदी, सुनील दांगी, प्रदीप डाबी, रिंकू साहू की बसें शामिल हैं।