इंदौर। नगर निगम के यातायात विभाग में वर्ष 2010-11 में हुए लाखों के घोटाले में लोकायुक्त पुलिस द्वारा अब प्रकरण दर्ज किया गया है।
लोकायुक्त पुलिस के अनुसार निगम के यातायात विभाग द्वारा विभिन्न कार्यों और सामग्री की आर्पूित के लिए कुछ ठेकेदारों को ठेका दिया गया था। इसके बाद लोकायुक्त पुलिस को शिकायत मिली कि दो फर्म ने न तो सामग्री सप्लाय की और न ही निगम द्वारा निर्धारित किए गए कार्य ही किए। इसके बाद भी अधिकारियों ने लाखों रुपए का भुगतान कर दिया। लोकायुक्त पुलिस ने जांच बाद अब ठेकेदार राजेश जैन, प्रिया जैन, नगर निगम के इंजीनियर अशोक राठौर व दिलीप चौहान के विरुद्ध धोखधड़ी व भ्रष्टाचार का प्रकरण दर्ज किया है।
प्रकरण दर्ज किया है। पुलिस के अनुसार नगर निगम के यातायात विभाग ने सड़कों पर संकेतक, रोड स्टॉपर एवं व्हाइट पट्टे आदि बनाने का ठेका रजत सेल्स कॉपोर्रेशन और रोचक इंडस्ट्रीज को दिया गया था। ठेकेदार ने उक्त काम किए नहीं किए। जो कार्य करना बताया गया उनकी जांच में पता चला कि वे निर्धारित शर्तों के अनुरुप नहीं थे। इसी प्रकार निर्धारित सामग्री भी निगम को सप्लाय नहीं की गई और अधिकारियों से सांठगांठ कर कागजों पर दर्शा दिया गया कि समग्री प्राप्त हो गई है। इन कागजातों के आधार पर ठेकेदार ने उक्त सामग्री का लाखों रुपए का भुगतान नगर निगम से प्राप्त कर लिया।a