इंदौर। बच्चों की प्रतिभा को प्रोत्साहित करने और उनके साथ माताओं को भी प्लेटफार्म देने के लिए अवरटूसेंट्स द्वारा एस्पायरिंग मॉम एंड किड्स फैशन शो व टेलेंट शो का आयोजन किया गया। शो में बच्चों ने रैम्प पर आत्मविश्वास के साथ वॉक कर जजेस को प्रभावित किया तो वहीं मॉम्स ने भी अपनी अदाओं के जलवे बिखेरे। मॉम्स और किड्स ने जब साथ में रैम्प वॉक किया तो सभी के आकर्षण के केंद्र बन गए।
एस्पायरिंग मॉम एंड किड्स फैशन शो का आयोजन सौम्यता तिवारी और मेजर अरविंद तिवारी द्वारा किया गया। शो की जानकारी देते हुए सौम्यता ने बताया कि यह शो अहमदाबाद, पुणे, इंदौर, मुंबई, दिल्ली और बैंगलुरु में आयोजित किया जाएगा। ग्रैंड फिनाले आॅफ मॉम एंड किड्स शो जे सुइ सेलेब्रेटे दिसंबर 2018 में प्रत्येक शहर से चयनित मां और बच्चों के साथ मुंबई में आयोजित होगा। इंदौर चेप्टर के शो के लिए हमारे प्रतियोगियों के लिए ग्रूमिंग सेशंस इंडियन टेलीविजन अकादमी में तीन दिनों तक आयोजित किए गए थे। शो के लिए 200 इंट्री मिली थीं जिनमें से 40 फाइनलिस्ट चुने गए थे। उन्होंने आज परफॉर्म किया और उनमें से 8-8 विजेता का सिलेक्शन किया गया। फैशन शो और कांटेस्ट की चीफ जूरी व मुख्य अतिथि सिमरन आहुजा थीं। सिमरन मिस इंडिया मैग्निफिशेंट वुमन आइकन 2013 ने अगस्त 2013 में न्यूयॉर्क में भारत का प्रतिनिधित्व किया। उन्होंने पेजेंट पर पब्लिक स्पीकिंग में पुरस्कार और प्रशंसा जीती है। अन्य जजेस थे- सलमा खान, ग्रूमिंग और स्टाइलिंग विशेषज्ञ, किमसन सैलून और स्पा की संस्थापक अर्चना दोशी, कोरियोग्राफर अभिनीत सिंह।
ये रहे विजेता
सुपर मॉम की विनर रहीं ईशा जैन, प्रथम रनरअप स्वाति तिवारी और सेकंड रनरअप त्रिवेणी शर्मा रहीं। किड्स में दक्ष मदान, ओसे नीमा, तानी राजनी विनर्स आॅफ लिटिल मिस एंड मिस्टर। इन सभी को मुंबई फिनाले में बुलाया जाएगा।
आत्मविश्वास और एटीट्यूड हैं जरुरी- सिमरन
कार्यक्रम में मुख्य जज के रूप में आईं सिमरन आहुजा ने चर्चा करते हुए बताया कि बच्चों में जन्मजात प्रतिभा होती है। उन्हें ज्यादा सिखाने की जरूरत नहीं होती। जितना वे खुद करते हैं, ज्यादा सीखते हैं बजाए दबाव डालने के। माता-पिता को उन्हें स्वतंत्र छोड़ देना चाहिए, वे खुद ही अपनी प्रतिभा दिखा सकते हैं। वहीं मॉम्स की बात करें तो आप अपना सपना कभी भी पूरा कर सकते हैं। यह मंच यही दिखाता और सिखाता है। बस आप में एटीट्यूड होना चाहिए। मॉडलिंग के लिए यही जरुरी है। प्रोफेशनल होना जरूरी नहीं है। हम भी जज के रूप में बच्चों में एटीट्यूड और आत्मविश्वास देखते हैं। जहां तक पिजेंट की बात है उसके लिए सुंदरता के साथ एटीट्यूड और इनर ब्यूटी भी होना जरुरी है। सिमरन ने बताया कि मैंने कभी मॉडलिंग और एक्टिंग का नहीं सोचा था। एमबीए फाइनेंस किया और एविएशन कम्पनी चला रही थी लेकिन मेरा वहां मन नहीं लग रहा था। चूंकि कॉलेज के दिनों में रेडियो जॉकी का काम कर चुकी थी इसलिए एंकरिंग करने लगी। मिस वर्ल्ड में एंकरिंग के दौरान सुभाष घई ने कहा कि तुम पिजेंट में ट्राय करो। मुझमें थोड़ा आत्मविश्वास आया और मैने वो किया और मैं जीत गई। इसके बाद मैं फोक डांस के लिए कल्चरल एम्बेसेडर भी हूं। अब तक 2500 से ज्यादा शो में एंकरिंग कर चुकी हूं। मेरी इस साल एक फिल्म भी रिलीज हो रही है। जो भी इस क्षेत्र में आना चाहता है मैं उनसे यही कहूंगी कि यह काम पेशन ,लक और हार्ड वर्क का है। इसलिए हार्ड वर्क करें और अपने काम से प्यार करें।