लद्दाख में घुसे चीनी सैनिक

लद्दाख। लद्दाख के पैंगॉन्ग झील के क्षेत्र में चीनी सैनिकों ने भारतीय सीमा में घुसपैठ की कोशिश की। भारतीय सेना ने उन्हें वापस चीनी सीमा में खदेड़ दिया। इससे भड़के चीनी सैनिकों ने पत्थरबाजी शुरू कर दी। भारतीय सैनिकों ने भी जवाब में पत्थरबाजी की। करीब आधा घंटे तक दोनों पक्षों में टकरावी जारी रहा। डोकलाम में जारी विवाद के बीच चीनी सैनिकों ने लद्दाख में यह हरकत की है। अधिकारियों के अनुसार पीपल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के सैनिकों ने झील के फिंगर फोर और फिंगर फाइव इलाके से मंगलवार सुबह 6 से 9 के बीच भारत की सीमा में घुसने की कोशिश की। फिंगर फोर इलाके में घुसने में वे सफल भी हो गए थे, लेकिन भारतीय सैनिकों ने वापस उन्हें वापस चीनी सीमा में धकेल दिया। इससे नाराज चीनी सैनिकों ने भारतीय सैनिकों पर पथराव शुरू कर दिया। भारतीय जवानों ने भी पत्थरों से जवाब दिया। पथराव में दोनों ओर के दो-दो सैनिकों के घायल होने की खबर है। आधा घंटे बाद स्थिति शांत हो गई और चीन सैनिक वहां से लौट गए। दिल्ली में सेना के एक प्रवक्ता ने इस बारे में किसी भी तरह की प्रतिक्रिया देने से इंकार कर दिया। भारत ने 1990 के दशक के आखिर में बातचीत के दौरान इस इलाके पर अपना दावा किया था तो चीनी सेना ने यहां एक सड़क बनाकर इसे अक्साई चीन का हिस्सा बता दिाा था। इससे पहले चीनी सेना झील के उत्तरी और दक्षिणी क्षेत्र में लगातार आती रही थी। पैंगॉन्ग झील का 45 किलोमीटर का हिस्सा भारत में है, जबकि 90 किलोमीटर हिस्सा चीनी में है। भारतीय सेना हाई स्पीड बोट से यरहां निगरानी करती है। उल्लेखनीय है कि डोकलाम में चीन द्वारा सड़क निर्माण की कोशिश को भारतीय सैनिकों ने रोक दिया था। करीब दो महीने से भारत और चीन के सैनिक वहां आमने-सामने डटे हुए हैं और इस मुद्देको लेकर दोनों देशों के बीच तनातनी चल रही है। भारत बातचीत से समाधान की बात कह रहा है जबकि चीनी मीडिया युद्ध की धमकी दे रहा है। लद्दाख घटना को भी डोकलाम विवाद से जोड़कर ही देखा जा रहा है।