नई दिल्ली। देश के सरकारी बैंक और ग्रामीण बैंक के कर्मचारी आज हड़ताल पर हैं। यूनाइटेड फोरम आॅफ बैंक यूनियंस के आह्वान पर हो रही इस देशव्यापी हड़ताल से सार्वजनिक बैंकों की 1 लाख 32 हजार शाखाओं के कामकाज प्रभावित हुआ है।निजी बैंकों के विलय और बैंकों के निजीकरण के सरकार के कदमों के खिलाफ यह हड़ताल की जा रही है। ग्रामीण बैंकों में भी हड़ताल की जा रही है। फारेम के अनुसार बैंकिंग क्षेत्र में सुधारों के नाम पर निजीकरण, अवांछित श्रम सुधार, औद्योगिक घरानों के डूबते ऋणों पर दी जाने वाली रियायतों, बैंक शुल्क में बढ़ोतरी, एनपीए की त्वरित वसूली, एफडीआरआई बिल की वापसी, बैंक बोर्ड को विघटित करने की साजिश के विरोध एवं सभी वर्गों के कर्मचारियों की भर्ती करने जैसी प्रमुख मांगों को लेकर हड़ताल की जा रही है। हड़ताल से सबसे ज्यादा परेशानी कारोबारियों को हो रही है क्योंकि उन्हें 25 अगस्त तक जुलाई महीने का जीएसटी जमा कराना है। हड़ताल के कारण आज वे टैक्स का भुगतान नहीं कर पाएंगे।
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