नई दिल्ली। ट्रेनों में लूटपाट करने वाले गिरोह का पुलिस ने खुलासा किया है। गिरोह के दो बदमाशों को गिरफ्तार किया गया है। यह गिरोह रेल पटरियों के बीच सिक्का डालकर ग्रीन सिग्नल को रेड कर देता था जिससे ट्रेन चालक ट्रेन को रोक देता था। इसी दौरान बदमाश बोगियों में चढ़कर हथियारों के बल पर लूटपाट करते थे। पुलिस का कहना है कि यदि गिरोह को पकड़ा नहीं जाता तो बड़ा ट्रेन हादसा हो सकता था क्योंकि बीच में अचानक ट्रेन रुकने से पीछे आ रही ट्रेनें उससे टकरा सकती थीं। पुलिस के अनुसार करीब छह महीने से दिल्ली-हावड़ा रेलवे रूट पर ट्रेनों में लूटपाट की शिकायतें आ रही थीं। दादरी से लेकर अलीगढ़ के आगे तक लूटपाट की कई वारदातें हुईं। सीसीटीवी फुटेज की मदद से एक बदमाश की पहचान की गई। सोमवार रात घेराबंदी कर दो बदमाशों को गिरफ्तार किया गया। इनकी पहचान राजन और दिनेश निवासी बुलंदशहर के रूप में हुई है जबकि दो बदमाश सुमित और रॉबिन फरार हैं। पूछताछ में दोनों युवकों ने बाताया कि सिग्नल से कुछ दूरी पर पटरियों के जोड़ पर दो रुपये का सिक्का डाल देता था, जिससे ग्रीन सिग्नल रेड हो जाता था। सिग्नल देखकर चालक ट्रेन रोक देता था। गिरोह के अन्य बदमाश कुछ आगे खड़े होते थे, जो ट्रेन रुकते ही बोगियों में चढ़ कर यात्रियों से लूटपाट करते थे। सिग्नल को ग्रीन होने में 3 से 5 मिनट का समय लगता था। इतने में बदमाश लूटपाट कर फरार हो जाते थे। आरोपियों से दादरी व बोड़ाकी के बीच 4 ट्रेनों में हुई लूट का खुलासा हुआ है। पिछले दिनों हुआ ट्रेन हादसा पटरियों के बीच सिक्का डालने की वजह से हुआ या नहीं इसकी जांच भी की जा रही है।
Comments (0 posted)
Post your comment