आधी संपत्ति दान करेंगे नीलेकणि

बेंगलुरु। इन्फोसिस के चेयरमैन नंदन नीलेकणि और उनकी पत्नी रोहिणी ने बिल गेट्स और वॉरेन बफेट की पहल से शुरू हुए ‘गिविंग प्लेज’ पर साइन किए हैं। इस पर साइन करने वालों को अपनी जिंदगी के दौरान या वसीयत के जरिए कम से कम आधी संपत्ति परोपकार के कार्यों के लिए दान करनी होती है। नीलेकणि दंपति से पहले भारत विप्रो के चेयरमैन अजीम प्रेमजी, बायोकॉन की किरण मजूमदार शॉ और शोभा डेवलपर्स के प्रमोटर पीएनसी मेनन इस पर साइन कर चुके हैं। नीलेकणि के गिविंग प्लेज का हिस्सा बनने पर बिल गेट्स ने कहा कि नंदन और रोहिणी सिर्फ दरियादिली नहीं दिखा रहे हैं बल्कि फिलैंथ्रॉफी में अपना समय और एनर्जी भी लगा रहे हैं। फिलैंथ्रॉफी मुश्किल काम है। यह आपको अपनी मौत के बारे में सोचने को मजबूर करता है। इसके लिए ऐसे परिवार का होना जरूरी हैं जिन्हें यह अहसास हो कि एक सीमा के बाद संपत्ति दान कर देनी चाहिए। बिल गेट्स के अनुसार 171 लोग गिविंग प्लेज पर दस्तखत कर चुके हैं। बफेट और उन्हें इसके इतनी सफल होने की उम्मीद नहीं थी। दोनों ने 2010 में 40 ग्लोबल बिलियनेयर के साथ इसकी शुरूआत की थी। उसके बाद से दोनों फिलैंथ्रॉफी का प्रचार भी कर रहे हैं। वे दुनिया के अमीरों से अपनी संपत्ति का एक हिस्सा गरीबी से लड़ने और सभी वर्गों को फायदा पहुंचाने वाली ग्रोथ को बढ़ावा देने के लिए दान करने को कह रहे हैं। नीलेकणि दंपति ने बताया कि वे करीब 20 साल से फिलैंथ्रॉफी कर रहे हैं लेकिन गिविंग प्लेज साइन करने के बाद वे कई ऐसे लोगों की जमात में शामिल हो गए हैं जो मिलकर दुनिया की बड़ी समस्याओं का हल निकालने के बारे में सोच रहे हैं। नीलेकणि परिवार के पास 110.50 अरब रुपए की संपत्ति होने का अनुमान है।