जब पिटते हैं तब कोई बचाने नहीं आता

मुंबई। मुंबई और महाराष्ट्र के अन्य हिस्सों में रहने वाले उत्तर भारतीयों को मुसीबत में कोई साथ नहीं देता। राज ठाकरे की पार्टी एमएनएस के कार्यकर्ता चाहे जब उन पर हमला बोल देते हैं और उनकी दुकानों का सामान तोड़-फोड़ देते हैं तब उन्हें बचाने के लिए कोई आगे नहीं आता। अब भाजपा ने कहा है कि उत्तर भारतीय तो मुंबई की शान हैं। अब सवाल यह उठता है कि यदि शान हैं तो उन्हें बचाने के लिए भाजपा नेता व कार्यकर्ता प्रयास क्यों नहीं करते। उत्तर भारतीयों का कहना है कि राजनीतिक दल बातें तो बहुत करते हैं लेकिन जब हम पर हमला होता है तो कोई बचाने नहीं आता। भाजपा युवा मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष व सांसद पूनम महाजन ने एमएनएस प्रमुख राज ठाकरे का नाम लिए बगैर कहा कि उत्तर भारतीय मुंबई की शान हैं और वे अपनी मेहनत से मुंबई के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। मुंबई की खूबी यह है कि यहां जो आता है, वह यहीं का बनकर रह जाता है। हमें भाषा-प्रांत के नाम पर देश को टूटने नहीं देना है। उत्तर-दक्षिण भारत ही हमारी संस्कृति है। उल्लेखनीय है कि एमएनएस कार्यकर्ता उत्तर भारतीयों के खिलाफ बार-बार हिंसक अभियान चलाते रहे हैं। हाल ही में एमएनएस ने फेरीवालों के खिलाफ अभियान चलाया है। साकीनाका के सेंट ज्यूड हाई स्कूल मैदान में गत दिवस सांई-श्रद्धा प्रतिष्ठान ने उत्तर भारतीय सम्मेलन एवं कलाकार सम्मान समारोह का आयोजन किया था। जिसमें सांसद पूनम ने कहा कि मुंबई में उत्तर भारतीयों की ताकत को नकारा नहीं जा सकता। उत्तर भारतीयों ने हमें तमाम बड़े नेता और कई प्रधानमंत्री दिए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं वाराणसी से निर्वाचित हुए हैं। उत्तर भारत में यात्राओं के दौरान इस ‘मराठी मुलगी’ को बहुत सम्मान मिला है और मिलता भी रहेगा। मुंबई बीजेपी के उपाध्यक्ष व पूर्व विधायक राजहंस सिंह ने कहा कि हम (उत्तर भारतीय) बेईमान नहीं हैं, हम लोग बागी हैं, हम किसी को छेड़ते नहीं हैं। हां, कोई हमें छेड़े, तो उसे छोड़ते भी नहीं। सांई-श्रद्धा प्रतिष्ठान के अध्यक्ष व बीजेपी नेता शुभ्रांशु दीक्षित ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम से उत्तर भारत के लोगों को एकजुट करने और वहां की संस्कृति को संरक्षित करने का यह प्रयास भर है। आने वाले दिनों में भी इस तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।