रुद्रप्रयाग (उत्तराखंड)। बद्रीनाथ, केदारनाथ व अन्य स्थलों की यात्रा के लिए पर्वतीय क्षेत्र में बनाई जाने वाली आॅलवेदर रोड का विरोध शुरू हो गया है। इस रोड के निर्माण से प्रभावित होने वाले व्यापारियों, भवन एवं भूस्वामियों ने विरोध प्रदर्शन किया। उनकी मांग है कि मुआवजा मेट्रो सिटी के समान दिया जाए। व्यापारियों को भी मुआवजा दें क्योंकि कई स्थानों पर व्यापार-व्यवसाय पूरी तरह प्रभावित होने वाला है।
भूमि अधिग्रहण और मुआवजे के मानकों में बदलाव की मांग को गुरुवार को सिल्ली एनएच दफ्तर के समक्ष प्रदर्शन किया। संघर्ष समिति के बैनर तले एनएच मुख्यालय सिल्ली सौरगढ़ में प्रदर्शनकारियों ने जमकर नारेबाजी की। उन्होंने चर्चा के लिए आए एडीएम को भी वापस लौटा दिया। लोग डीएम से चर्चा की मांग पर डटे रहे। आॅलवेदर रोड में अनेक खामियों को लेकर केदारघाटी के विभिन्न क्षेत्रों के लोग सिल्ली में एकत्र हुए। जुलूस की शक्ल में लोग एनएच कार्यालय पहुंचे। यहां लोगों ने एनएच के ईई प्रवीण कुमार और एडीएम तीर्थपाल के खिलाफ नारेबाजी की। लोगों ने आरोप लगाया कि एनएच एवं जिला प्रशासन द्वारा प्रभावितों को गुमराह कर आपस में लड़वाने की कोशिश की जा रही है। प्रदर्शन में शामिल होने के लिए तिलवाड़ा, सिल्ली, सोरगढ़, अगस्त्यमुनि, विजय नगर, बेडूबगड़, चन्द्रापुरी, भीरी आदि स्थानों से आए लोग पहुंचे थे। जिनमें बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल थीं। प्रभावितों ने एनएच मुख्यालय पर अधिकारी-कर्मचारियों को बाहर निकाला और भवन पर तालेबंदी कर बाहर धरने पर बैठ गए। आंदोलनकारियों से चर्चा के लिए आए नोडल अधिकारी एडीएम तीर्थपाल को ग्रामीणों के आक्रोश का सामना करना पड़ा। लोगों ने चर्चा से इंकार कर दिया। इस मौके पर हुई सभा को सम्बोधित करते हुए संघर्ष समिति के अध्यक्ष रमेश बेंजवाल ने 13 सूत्री मांग पत्र पढ़कर सुनाया। जिसमें कहा गया है कि मेट्रो सिटी के मानकों के अनुरूप मुआवजा दिया जाए। प्रभावित भवनों के मुआवजे में भूमि विकास पर हुए खर्च को भी जोड़ा जाए। व्यावसायिक भवनों पर वर्षों से रोजगार कर रहे दुकानदारों को भी मुआवजा देने की मांग की गई। संघर्ष समिति के संयोजक विक्रम कण्डारी ने कहा कि आॅलवेदर रोड में भूमि अधिग्रहण अधिनियम 2013 के मानकों के अनुसार मुआवजा वितरण किया जाए। तिलवाड़ा व्यापार संघ के अध्यक्ष सुरेन्द्र प्रसाद सकलानी ने कहा कि आॅलवेदर रोड के कारण अधिसंख्यक बाजार प्रभावित हो रहे हैं किंतु व्यापारियों को किसी भी प्रकार का मुआवजा नहीं दिया जा रहा है। लोगों के सामने रोजी-रोटी का संकट पैदा हो रहा है। सभा को समिति के उपाध्यक्ष बृजभूषण वशिष्ठ, सचिव शत्रुघन सिंह नेगी, सहसंयोजक हर्षवर्धन बेंजवाल, व्यापार संघ अध्यक्ष तिलवाड़ा सुरेन्द्र सकलानी, प्रधान तिलवाड़ा कुलबीर रावत, महाबीर जगवाण, मानसिंह जगवाण, सहसचिव उमा प्रसाद भट्ट आदि ने सम्बोधित किया।
सिल्ली और तिलवाड़ा में बंद रही दुकानें
आॅलवेदर रोड के विरोध में प्रदर्शन को लेकर व्यापारियों ने तिलवाड़ा और सिल्ली में दुकानें बंद रखी। व्यापारियों ने संदेश देने का पूरा प्रयास किया कि वह इस योजना में बरते गए मानकों पर पूरी तरह खफा हैं। व्यापारियों ने समस्या के समाधान की मांग की।
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