नई रेल सुरक्षा प्रणाली, 12 हजार करोड़ मंजूर

नई दिल्ली। भारतीय रेलवे ने अत्याधुनिक रेल सुरक्षा प्रणाली लागू करने के लिए 12 हजार करोड़ रुपए के प्रस्ताव को मंजूरी प्रदान कर दी है। केंद्र सरकार का कहना है कि यात्रियों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है ताकि वे सुरक्षित तरीके से अपना सफर पूर्ण कर सकें। रेलवे बोर्ड की बैठक में 6 हजार बिजली इंजनों को यूरोपीय ट्रेन नियंत्रण प्रणाली (ईटीसीएस) लेवल-2 से लैस करने को मंजूरी दी गई है जिससे चालकों को रेल दुर्घटनाएं रोकने में मदद मिलेगी।
रेलवे बोर्ड बैठक में निर्णय लिया गया कि चार महानगरों को जोड़ने वाले 9 हजार 054 किलोमीटर लंबे स्वर्णिम चतुर्भुज मार्ग को दुर्घटनामुक्त कॉरिडोर बनाया जाएगा। सबसे पहले इसी कॉरिडोर में ईटीसीएस लेवल-2 प्रणाली स्थापित की जाएगी। इस पूरे प्रोजेक्ट पर करीब 12 हजार करोड़ की लागत आएगी। मौजूदा समय में रेलवे द्वारा आधारीय आॅटोमेटिक रेल सुरक्षा प्रणाली का उपयोग किया जा रहा है जो ईटीसीएस लेवल-1 पर आधारित है। यह प्रणाली इंजन चालकों को एक सीमित भाग पर बैक-अप उपलब्ध कराती है। इसे रेल सुरक्षा चेतावनी प्रणाली के नाम से जाना जाता है और यह ईटीसीएस लेवल-1 पर आधारित है, जिसे करीब 342 किमी के रेल मार्ग पर क्रियान्वित किया जाता है। इस प्रणाली को अब उन्नत कर विश्व मानकों के अनुरूप किया जाएगा।