नई दिल्ली। पंजाब नेशनल बैंक में हुए 11,400 करोड़ के घोटाले को लेकर जांच एजेंसियों ने कार्रवाई तेज कर दी है। गीतांजलि और पंजाब नेशनल बैंक के 30 कर्मचारी मुंबई स्थित सीबीआई के दफ्तर पहुंचे। इन्हें नोटिस देकर बुलाया गया था। इनसे भी पूछताछ की जा रही है। सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) बैंकिंग सेक्टर के सबसे बड़े घोटाले की जांच कर रहे हैं।
घोटाले का सूत्रधार डायमंड व्यवसायी नीरव मोदी विदेश भाग चुका है। ईडी घोटाले की जांच कर रहा है। सीबीआई ने सोमवार को तीन और अधिकारियों को गिरफ्तार किया। इनमें पीएनबी के ब्रैडी हाउस मुंबई ब्रांच के बच्चू तिवारी चीफ मैनेजर इंचार्ज, फॉरेक्स डिपार्टमेंट भी शामिल हैं।सीबीआई ने मुबंई स्थित पीएनबी की ब्रेडली हाउस ब्रांच को सील कर दिया है। ईडी ने नीरव के मुंबई स्थित आवास पर छापा मारा और तलाशी ली।
नीरव ने बैंक का कर्ज चुकाने से इंकार कर दिया है। उसने बैंक प्रबंधन को पत्र लिखकर कहा है कि बैंक ने मामले को तूल देकर ऋण वापसी के सभी रास्तों को बंद कर दिया है। उसने दावा किया कि उसकी देनदारी बहुत कम है। नीरव ने यह पत्र 15 फरवरी को बैंक प्रबंधन को लिखा। इसमें नीरव ने कहा है कि मेरी कंपनी पर बैंक की देनदारी 5 हजार करोड़ से कम है। देनदारी ज्यादा दिखाने से मीडिया का ध्यान आकर्षित हुआ। इसके बाद जब्ती की कार्रवाई हुई जिससे फायर स्टार इंटरनेशनल और फायर स्टार डायमंड इंटरनेशनल की साख खराब हुई तथा परिवार की देनदारी देने की क्षमता नकारात्मक रूप से प्रभावित हुई। नीरव ने लिखा है कि मेरे 13 फरवरी के प्रस्ताव के बावजूद देनदारी वसूलने में बैंक ने जल्दबाजी और 15 फरवरी को सार्वजनिक रूप से इसकी घोषणा ने मेरे ब्रांड और कारोबार को बर्बाद कर दिया है।
नीरव के मुताबिक बैंक ने गलत तरीके से उनके भाई को फंसाया जबकि उनका इन कंपनियों से कोई लेना-देना नहीं था। मेरी पत्नी की भी कारोबार के परिचालन में कोई भूमिका नहीं थी। इसके बावजूद उनका नाम उछाला गया। मेरे मामा को भी गलत तरीके से मुझसे जोड़ा गया, जबकि वे स्वतंत्र करोबारी हैं।