नई दिल्ली। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने संसद में कहा कि इराक के मोसुल में लापता सभी 39 भारतीयों की आतंकी संगठन आईएसआईएस ने हत्या कर दी है। मारे गए सभी लोगों की डीएनए जांच कराई गई और उस आधार पर शवों की पहचान की गई। यह सभी शव पहाड़ी खोदकर निकाले गए थे। सुषमा स्वराज ने कहा कि इनके शव अमृतसर लाए जाएंगे। विदेश मंत्री ने कहा कि मैंने पिछले साल संसद में कहा था कि जब तक पक्के तौर पर कोई प्रमाण नहीं मिलेगा मैं लापता लोगों को मृत घोषित नहीं करूंगी। कल हमें इराक सरकार द्वारा सूचना दी गई कि 38 लोगों के डीएनए 100 प्रतिशत मिल गए हैं और एक व्यक्ति का 70 प्रश तक डीएनए मिला है। यह सभी भारतीय 3 साल पहले आईएसआईएस द्वारा अगवा किए गए थे। इनमें से ज्यादातर लोग पंजाब के थे। केंद्रीय विदेश राज्यमंत्री वीके सिंह इन्हें तलाशने के लिए इराक के मोसुल शहर भी गए थे। वे एक सप्ताह तक इराक के विभिन्न क्षेत्रों में घूमते रहे लेकिन कोई सुराग नहीं मिला था। इसके बाद वहां की सरकार की मदद से लापता लोगों की तलाश शुरू की गई। आईएसआईएस द्वारा इस शहर पर कब्जा किए जाने से पहले उक्त भारतीय लोग मोसुल शहर में ही काम करते थे। हाल ही में इराक सरकार ने मोसुल को आईएसआईएस से कब्जा मुक्त कराया है।