अयोध्या। थानों में आम लोगों की शिकायत दर्ज करने में पुलिस द्वारा आनाकानी करना आम बात है। पूरे देश में लाखों लोग हर दिन परेशान होते रहते हैं लेकिन थानों में सुनवाई नहीं होती है। अयोध्या में भी कुछ ऐसा ही हुआ लेकिन इस बार आनाकानी करना पुलिस को ही महंगा पड़ गया। मामला साधु द्वारा की गई शिकायत का था। सुनवाई नहीं होने पर साधु ने थाने में ही खुद को आग लगा ली। इसके बाद एसएसपी ने टीआई सहित चार पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है।
मध्यप्रदेश के भोपाल में रहने वाले साधु रामदास त्यागी के अनुसार वे अयोध्या दर्शन-पूजन के लिए यहां आए और यहां बड़ी छावनी में रुके थे। तीन दिन पूर्व हनुमानगढ़ी में दर्शन के दौरान उनका सामान चोरी हो गया। उन्होंने थाना राम जन्मभूमि में लिखित शिकायत की लेकिन पुलिस ने कोई सुनवाई नहीं की। उन्होंने टीआई व अन्य पुलिसकर्मियों से बार-बार आग्रह किया कि एफआईआर दर्ज करें लेकिन वे बहाने बनाते हुए उन्हें टरकाते रहे। साधु रामदास त्यागी मंगलवार शाम पुन: थाने पहुंचे और एक बार फिर टीआई से आग्रह किया कि एफआईआर दर्ज करें लेकिन इस बार भी पुलिस ने इंकार कर दिया। इससे आहत होकर साधु ने वहीं खुद पर पेट्रोल उड़ैल कर आग लगा ली। थाने में मौजूद पुलिसकर्मियों के हाथ-पांव फूल गए। उन्होंने तुरंत आग बुझाई और साधु को अयोध्या के श्रीराम अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया। पुलिस के अनुसार फिलहाल साधु की हालत खतरे से बाहर बताई गई है। साधु द्वारा आत्महत्या का प्रयास करने की खबर आग की तरह फैली और इसके बाद एसएसपी सुभाषचंद्र बघेल ने राम जन्मभूमि थाने के टीआई राजीव सिंह और तीन अन्य पुलिस कर्मियों सस्पेंड कर दिया। घायल साधु को देर रात उपचार के जिला चिकित्सालय भिजवाया गया।