सैनिकों के लिए गहने बेचे

पुणे। विश्व के सबसे ऊंचे सीमा क्षेत्र सियाचिन में तैनात रह कर देश की सीमा की सुरक्षा करने वाले सैनिकों की मदद के लिए पुणे के एक दंपति ने समाज के लिए बेहतर उदाहरण पेश किया है। सियाचिन में सैनिकों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। आॅक्सीजन की कमी के कारण मुश्किल होती है। ठंड में तापमान शून्य से 55 डिग्री नीचे तक पहुंच जाता है। पुणे के निवासी सुमेधा और उनके पति योगेश ने इन सैनिकों के लिए सियाचिन में बनने वाले आॅक्सीजन प्लांट के लिए योगदान देने का निर्णय लिया। दंपति ने अपने सभी गहने बेच दिए और उससे मिली सवा लाख रुपए की राशि आॅक्सीजन प्लांट के लिए सेना को सौंप दी। हालांकि प्लांट की कुल लागत की तुलना में यह राशि काफी कम है लेकिन दंपति की पहल और देश की रक्षा में जुटे सैनिकों के प्रति उनकी संवेदनशीलता को अधिक महत्वपूर्ण माना जाना चाहिए। आॅक्सीजन प्लांट 1.10 करोड़ की लागत से बनेगा। दंपति का कहना है कि वे सेना के कल्याण के लिए वर्ष-1999 से कार्य कर रहे हैं। उन्होंने सैनिकों की सहायता के लिए चेरिटेबल ट्रस्ट भी स्थापित किया है। उनकी पहल से प्रेरित होकर पांच ट्रस्टियों ने भी आॅक्सीजन प्लांट के लिए राशि देने की घोषणा की है। दंपति के अनुसार फिलहाल चंडीगढ़ से हेलिकॉप्टर से आॅक्सीजन सिलेंडर लेकर सियाचिन भेजे जाते हैं। प्लांट सियाचिन में ही लगने पर सैनिकों को बड़ी राहत मिलेगी।