नई दिल्ली। क्या कोई माता-पिता अपने मासूम बच्चे को कहीं भूल कर आगे निकल सकते हैं? यह असंभव है लेकिन दिल्ली एयरपोर्ट पर ऐसा ही हुआ है। पति-पत्नी विमान से उतरे, अपना लगेज लिया और एयरपार्ट से बाहर निकल गए। उन्हें याद ही नहीं रहा कि चार साल की मासूम बेटी को भी साथ लाए हैं।
दिल्ली एयरपोर्ट पर गत दिवस रात्रि करीब साढ़े 9 बजे सीआईएसएफ के जवान ने चार साल की एक मासूम बच्ची को अकेले खड़े देखा। वह रो रही थी। जवान ने उससे पूछा तो वह मम्मी...मम्मी... कहते हुए और जोर से रोने लगी। जवान को समझ में आ गया कि वह अपनी मां से बिछड़ गई है। जवान तुरंत बच्ची को लेकर एयरपोर्ट पर बने अपने कंट्रोल रुम में पहुंचा और अधिकारियों को जानकारी दी। जवान ने अन्य साथियों की मदद से सीसीटीवी कैमरों के फुटेज देखे। कुछ ही देर में उसे बच्ची के माता-पिता दिखाई दे गए। लगेज लेने के पहले तक बच्ची उनके साथ थी। उन्होंने तुरंत वायरलेस सेट पर मैसेज देकर एयरपोर्ट से बाहर निकले बच्ची के माता-पिता को रोकने के लिए अनाउसमेंट करने के लिए कहा। इसके बाद वे बच्ची को लेकर बाहर पहुंचे। बच्ची के माता-पिता ने अपना नाम स्नेहा भाटिया और सुलभ भाटिया बताया। भूलवश बच्ची को एयरपोर्ट पर ही छोड़ देने के लिए उन्होंने सीआईएसफ के जवानों और अधिकारियों से माफी मांगी। इसके बाद सीआईएसएफ ने दंपति के विमान से उतरने के बाद एयरपोर्ट के अंदर आने, लगेज उठाने और बाहर निकलने तक के सीसीटीवी फुटेज देख कर यह पता लगाया कि बच्ची इसी दंपति की है। पुष्टि होने के बाद बच्ची को उन्हें सौंप दिया गया। भाटिया दंपति ने बताया कि वे बच्ची को साथ लेकर जयपुर से दिल्ली आए थे। लगेज लेकर बाहर निकलने की जल्दबाजी में वे बच्ची को वहीं भूल गए।