नई दिल्ली। पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के स्वयंसेवकों को संबोधित करेंगे। कार्यक्रम 7 जून को नागपुर स्थित आरएसएस मुख्यालय पर होगा। आरएसएस विचारक राकेश सिन्हा ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि पूर्व राष्ट्रपति महत्वपूर्ण मुद्दों पर संबोधित करेंगे। उल्लेखनीय है कि इस कार्यक्रम पर पूरे देश की निगाह टिकी रहेगी कि प्रणब दा क्या बोलते हैं क्योंकि वे 1969 से कांग्रेस पार्टी से जुड़े हुए हैं और कांग्रेस हमेशा से आरएसएस की विचारधारा का विरोध करती आई है। प्रणब मुखर्जी 1969 में राज्यसभा के लिए चुने गए थे। केंद्रीय वित्तमंत्री के रूप में उनका पहला कार्यकाल 1982 से 1984 तक रहा। इंदिरा गांधी की हत्या के बाद पार्टी में उनका वर्चस्व कम होने पर 1986 में उन्होंने कांग्रेस से अलग होकर राष्ट्रीय समाजवादी कांग्रेस पार्टी बना ली थी। वर्ष 1989 में उन्होंने अपनी पार्टी का कांग्रेस में विलय कर दिया था और पुन: कांग्रेस में आ गए थे।
नागपुर में होने वाले उक्त कार्यक्रम में 45 वर्ष से कम उम्र के 800 से ज्यादा स्वयंसेवक मौजूद रहेंगे। इसके अलावा आरएसएस द्वारा आमंत्रित लोग भी कार्यक्रम में शामिल होंगे। नागपुर में हर वर्ष संघ शिक्षा वर्ग का आयोजन किया जाता है। संघ शिक्षा वर्ग में शिक्षा लेने के बाद स्वयंसेवक पूर्णकालिक प्रचारक बन कर जीवनभर देश में संघ के लिए कार्य करते हैं।