नई दिल्ली। वाराणसी में अगले साल जनवरी माह में प्रवासी भारतीयों का सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। सम्मेलन पर सरकार अरबों रुपए खर्च करेगी। प्रवासी भारतीय अर्थात ऐसे भारतीय जो विदेश में रह रहे हैं उन्हें भारत आमंत्रित किया गया है। 120 करोड़ रुपए तो केवल उन टैंटों पर ही खर्च किए जाएंगे जहां प्रवासी भारतीयोें को ठहराया जाएगा। सर्वसुविधायुक्त टैंट सिटी बनाने की तैयारियां अभी से शुरू कर दी गई हैं।
सम्मेलन में 7 हजार से अधिक प्रवासी भारतीयों को आमंत्रित किया गया है। वाराणसी में गंगा के पार डोमरी गांव में 140 हैक्टेयर जमीन पर टैंट सिटी के रुप में नया शहर बसाया जाएगा। सम्मेलन 21 से 23 जनवरी तक होगा। भारत सरकार ने आयोजन की तैयारियों के लिए मंजूरी दे दी है। जिस जमीन पर टैंट सिटी बनेगी उसमें से 40 एकड़ जमीन विभिन्न लोगों की है और 100 एकड़ जमीन कछुआ सेेंक्चुरी की है। इसके अलावा वाराणसी और आसपास के महंगे होटलों में भी कमरे बुक कराए जा रहे हैं।
सम्मेलन में विदेश से आए मेहमानों के साथ राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, यूपी के मुख्यमंत्री और अन्य विशिष्टजन मुलाकात करेंगे। सम्मेलन के बाद मेहमान इलाहाबाद में कुंभ स्नान करेंगे और फिर 26 जनवरी को दिल्ली में गणतंत्र दिवस परेड भी देखेंगे। रेल मंत्रालय द्वारा 7 हजार प्रवासी भारतीयों को वाराणसी से इलाहाबाद और फिर दिल्ली पहुंचाने की व्यवस्था की जाएगी। इसके लिए 10 वातानुकूलित विशेष ट्रेनें चलाई जाएंगी।