फरीदाबाद। रिजर्वेशन कराने के बाद भी ट्रेनों में यात्रियों का सफर सुरक्षित नहीं हो पाया है। रिजर्वेशन वाली बोगियों में भी चाहे जहां लोग अंदर आकर यात्रियों से दुर्व्यवहार करते हैं। इंदौर से देहरादून जा रहे परिवार की महिलाओं के साथ मथुरा से फरीदाबाद तक 6 युवक दुर्व्यवहार करते रहे लेकिन पुलिस ने कोई मदद नहीं की। अन्य यात्रियों ने आपत्ति की तो युवकों ने उन्हें भी धमकाया।
मामला इंदौर-देहरादून एक्सप्रेस का है। रेलवे पुलिस के अनुसार इंदौर (मध्यप्रदेश) निवासी मनीष सूर्यवंशी अपनी पत्नी वैशाली, बहन रेखा वर्मा और माताजी लीलाबाई सहित परिवार के 7 सदस्यों के साथ इंदौर-देहरादून ट्रेन से हरिद्वार जा रहे थे। उन्होंने कोच नंबर एस-2 में सीटें रिजर्व कराई थीं। मथुरा रेलवे स्टेशन से 6 युवक कोच में चढ़े। इनमें से दो युवक वैशाली और रेखा वर्मा के पास बैठने लगे। दोनों ने विरोध किया तो युवक अभद्र व्यवहार करने लगे। इस पर मनीष ने कोच में वर्दी में तैनात उत्तरप्रदेश पुलिस के जवान से मदद मांगी तो उसने अनसुना कर दिया और दूसरे कोच में चला गया। युवक महिलाओं से अभद्र व्यवहार करते रहे। कोच में मौजूद अन्य पुरुष यात्रियों ने युवकों की हरकतों का विरोध किया तो उन्होंने मारपीट शुरू कर दी। युवकों ने दोनों महिलाओं और उनके परिजनों को फरीदाबाद स्टेशन पर देख लेने की धमकी दी। उन्होंने मोबाइल पर अपने दोस्तों को फरीदाबाद स्टेशन पर बुला लिया। मनीष ने टीटी को जानकारी दी। टीटी ने रेलवे कंट्रोल रुम को सूचित किया। वहां से आरपीएफ व जीआरपी को सूचना दी गई कि प्लेटफार्म नंबर 1 पर ट्रेन के एस-2 कोच में पहुंचे। ट्रेन पहुंचते ही पुलिसकर्मी कोच में घुसे लेकिन तब तक सभी युवक भाग निकले थे। पुलिस ने मनीष व उनके परिजनों से जानकारी ली लेकिन कार्रवाई किस पर करते बदमाश तो भाग चुके थे। सुरक्षा की व्यवस्था नहीं होने पर यात्रियों ने पुलिस के सामने आक्रोश व्यक्त किया लेकिन कोई असर नहीं दिखाई दिया। ट्रेन रवाना होने के पहले पुलिसकर्मी जा चुके थे।