नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस को बहुत सक्रिय माना जाता है। खासकर अपराधियों की नकेल कसने के मामले में लेकिन हाल ही में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने दिल्ली पुलिस की कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिह्न लगा दिया है। देश की राजधानी में एक महिला और उसके बेटों की गुंडागिर्दी से लोग परेशान हैं। फिल्मी स्टाइल में गिरोह संचालित कर रही महिला और उसके बेटों पर एक-दो नहीं बल्कि 113 आपराधिक केस दर्ज हैं। इनमें हत्या, हत्या के प्रयास और लोगों से रंगदारी मांगने के मामले भी शामिल हैं। इतना सब कुछ होते हुए भी पुलिस ने इन पर लगाम नहीं लगाई। 113 केस दर्ज होने में कई महीनों का समय लगा होगा लेकिन पुलिस ने सख्ती नहीं की और गिरोह अपना काम करता रहा। ऐसे पीड़ित लोगों की संख्या भी काफी अधिक बताई जा रही है जिन्होंने भय के कारण एफआईआर दर्ज नहीं कराई।
आखिरकार परेशान लोगों ने लगातार आवाज उठाई तब जाकर पुलिस सक्रिय हुई और कोर्ट से महिला व उसके बेटों की प्रॉपर्टी को सील करने की अनुमति मांगी। अनुमति मिलने के बाद पुलिस ने संगम विहार इलाके में स्थित महिला के मकान को सील कर दिया है। महिला परिवार सहित फरार है। पुलिस के अनुसार महिला का नाम बशीरन है। उसके 8 बेटे हैं। मां और बेटों के इस गिरोह ने पूरे क्षेत्र में आतंक मचा रखा था। बशीरन को दिल्ली में अम्मा के नाम से पुकारा जाता है। अपने बेटों के अलावा कई नाबालिगों को भी उसने गिरोह में शामिल कर रखा है। वह नाबालिगों को नशे की लत लगा कर उन्हें अपराध की दुनिया में उतारती है। अम्मा के दो बेटे अभी जेल में हैं।