50 साल बाद मिले सैनिकों के शव

शिमला। हिमाचल प्रदेश की लाहौल घाटी में कुछ भारतीय सैनिकों के शव मिले हैं। ये सैनिक 50 साल पहले विमान दुर्घटना में मारे गए थे। 1968 में विमान चंडीगढ़ से लेह जाते समय दुर्घटनाग्रस्त हुआ था। उसमें 102 सैनिक व अधिकारी सवार थे।
पर्वतारोहियों की टीम ने भारतीय सेना को उक्त जानकारी दी है। पर्वतारोही टीम हाल ही में चंद्रभागा-13 चोटी पर चढ़ाई के लिए गए थे। टीम के सदस्य समुद्र तल से 6 हजार 200 मीटर ऊपर स्थित ढाका ग्लेशियर बेस शिविर में पहुंचे तो वहां का नजारा देख कर आश्चर्यचकित रह गए। टीम के सदस्यों के अनुसार उन्हें विमान के कुछ हिस्से दिखाई दिए। उत्सुकतावश उन्होंने आसपास के क्षेत्र में विमान के और टुकड़ों की तलाश की तो उन्हें बर्फ में दबा सैनिक का शरीर दिखाई दिया। टीम ने सैनिक के शव और विमान के टुकड़ों के फोटो लेकर भारतीय सेना मुख्यालय को सौंपे तथा उक्त क्षेत्र की सटीक जानकारी भी दी। इसके बाद सेना की टीम तुरंत उक्त क्षेत्र में पहुंच गई और खोजबीन शुरू कर दी। मिली जानकारी के अनुसार उक्त विमान दुर्घटना 7 फरवरी 1968 को हुई थी। सोवियत संघ निर्मित इस विमान में 98 सैनिक व अधिकारी और चालक दल के 4 सदस्य सवार थे। बताया जा रहा है कि कई अन्य सैनिकों के शव भी वहीं बर्फ में दबे हैं। जिन्हें निकाला जा रहा है। विमान के टुकड़ों के आधार पर यह भी पता लगाने की कोशिश की जाएगी कि दुर्घटना किस कारण से हुई थी।