मुंबई। पाकिस्तानी की जेल में 6 साल बिताने के बाद स्वदेश लौट कर आए भारतीय नागरिक हामिद अंसारी मुंबई स्थित अपने घर पहुंच गए हैं। उन्होंने मीडिया से चर्चा में इस बात का खुलासा किया कि किस तरह पाकिस्तानियों ने जेल में उन्हें टॉर्चर किया। उन्हें बुरी तरह पीटा गया। जमीन से 15 फीट नीचे कालकोठरी में रखा गया। पिटाई के कारण उनकी एक आंख का रेटिना फट गया।
मुंबई के वर्सोवा निवासी हामिद नवंबर 2018 में पश्तून लड़की के खातिर अफगानिस्तान के रास्ते पाकिस्तान चले गए थे। उस लड़की से उनकी फेसबुक पर दोस्ती हुई थी। वे पाकिस्तान के कोहट में लॉज में रुके थे जहां से खुफिया एजेंसी ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद उन पर जासूसी का केस चलाया गया और करीब 6 साल बाद अब वे भारत लौट पाए हैं। मीडिया से चर्चा में हामिद ने अपनी आपबीती सुनाई।
उन्होंने बताया कि मुझे गिरफ्तार किया गया तब मुझे लगा था कि अब जीवन में कभी भारत नहीं लौट पाऊंगा। पाकिस्तान में मुझे जमीन से 15 फीट नीचे कालकोठरी में रखा गया था। वहां मुझे कभी यह पता नहीं चल पाया कि कब दिन है और कब रात है। कालकोठरी में मुझे कोई सुविधा नहीं दी गई थी। जेलकर्मियों का जब मन करता वे मुझे बुरी तरह पीटते थे। सर्दियों के मौसम में एक बार मुझे एक सप्ताह तक लगातार खड़े रखा गया। इस दौरान मेरी आंखों पर पट्टी बांध दी गई थी। मुझे थोड़ी भी झपकी आते ही मेरी पिटाई शुरू कर दी जाती थी।
हामिद का कहना है कि मेरे साथ धोखा हुआ। फेसबुक पर पश्तून लड़की से दोस्ती होने के बाद उसने मुझे बताया था कि घरवाले उसकी मर्जी के खिलाफ कहीं शादी करा रहे थे। उसने हामिद से मदद मांगी। प्यार की खातिर हामिद उसकी मदद करने के लिए अफगानिस्तान होते हुए पाकिस्तान पहुंच गए। हामिद ने आरोप लगाया कि मुझे जाल में फंसाया गया था। पाकिस्तान में मैं उस लड़की से कभी नहीं मिला। वहां पहंचने पर उन लोगों ने मुझे लॉज में ठहराया और मेरे नाम के फर्जी कागजात मुझे सौंपे। इसके बाद खुफिया एजेंसी को सूचना देकर मुझे गिरफ्तार भी करा दिया। हामिद का कहना है कि मैं मानता हूं कि पाकिस्तान जाने का मेरा तरीका गलत था लेकिन मेरी नीयत गलत नहीं थी।