नई दिल्ली। मौसम विभाग का अनुमान है कि केरल में मानसून 6 जून को पहुंचेगा। इससे पहले मौसम का पूर्वानुमान लगाने वाली प्राइवेट एजेंसी स्काईमेट ने अनुमान लगाया था कि मानसून 4 जून तक दस्तक दे सकता है।
मौसम विभाग के अनुसार इस बार भारत में मानसून सामान्य से 5 दिन देरी से दस्तक दे रहा है। केरल में मानसून 6 जून को पहुंचेगा। आमतौर पर केरल में मानसून शुरू होने की तारीख 1 जून रहती है। यह संभावना भी जताई गई है कि बारिश सामान्य से कम रह सकती है। मानसून की गति भी नियमित नहीं रहेगी। अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में मानसून 22 मई को पहुंचेगा। दक्षिण पश्चिम मानसून केरल में 4 जून को दस्तक दे सकता है। इस मौसम में सभी चार क्षेत्रों में सामान्य से कम बारिश होने की संभावना है। पूर्व और पूर्वोत्तर भारत तथा देश के मध्य हिस्से में उत्तर पश्चिम भारत व दक्षिणी प्रायद्वीप की तुलना में खराब स्थिति रहेगी। मानसून का शुरूआती चरण धीमा रहेगा।
स्काईमेट का अनुमान है कि बारिश के सामान्य से कम होने की उम्मीद 55 फीसदी है। उत्तर पश्चिम भारत में लॉन्ग पीरियड एवरेज (एलपीए) की 96 प्रतिशत बारिश होगी जो कि सामान्य और सामान्य से कम बारिश की श्रेणी में आती है। स्काईमेट के मुताबिक मध्य भारत में एलपीए के 91 फीसदी तक बारिश होने की संभावना है। विदर्भ, मराठावाड़ा, पश्चिम मध्यप्रदेश और गुजरात में बारिश सामान्य से बहुत कम रहेगी। इससे हालात और ज्यादा बिगड़ सकते हैं क्योंकि मराठावाड़ा और गुजरात के कई हिस्से सूखे जैसे हालात से जूझ रहे हैं। पहाड़ी राज्यों जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में ज्यादा बारिश होगी। मैदानी राज्यों पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली-एनसीआर में पहाड़ी राज्यों की तुलना में कम बारिश होने की संभावना है। केरल और तटीय कर्नाटक में बेहतर बारिश होने का अनुमान है।