देवास (मध्यप्रदेश)। असम के डिब्रूगढ़में तैनात एक फौजी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिख कर आग्रह किया है कि प्रधानमंत्रीजी मेरे माता-पिता की मदद कीजिए। माता-पिता को कुछ लोग धमका रहे हैं और प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत उन्हें मकान नहीं बनाने दे रहे हैं। स्थानीय अधिकारी उनकी मदद नहीं कर रहे हैं। जसरथ सिंह नामक यह फौजी देवास जिले के ग्राम टोंकखुर्द के मूल निवासी हैं। वे देश की सुरक्षा में घर से करीब 2800 किलोमीटर दूर असम के डिब्रूगढ़ में तैनात हैं। घर पर उनके वृद्ध माता-पिता और पत्नी हैं। माता-पिता परेशान हुए तो उन्होंने स्थानीय अधिकारियों से मदद मांगी लेकिन किसी भी स्तर पर उन्हें मदद नहीं मिली। इस पर उन्होंने अपने बेटे को पूरे मामले की जानकारी दी। फौजी बेटे ने भी कोशिश की लेकिन माता-पिता को हो रही परेशानी को दूर नहीं कर पाए। आखिरकार परेशान होकर उन्होंने प्रधानमंत्री से गुहार लगाई है। फौजी के माता-पिता को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान बनाने के लिए पहली किस्त मिली है। इस राशि से उन्होंने अपने प्लॉट पर मकान का निर्माण कार्य शुरू किया। निर्माण शुरू होते ही कुछ लोग वहां पहुंचे और कहा कि प्लॉट हमारा है। यहां निर्माण किया तो मार डालेंगे। तुम्हारे घर में आग लगा देंगे। वृद्ध माता-पिता ने इसकी शिकायत पुलिस थाने, नगर परिषद, तहसील कार्यालय में की लेकिन कोई मदद नहीं मिली। अधिकारियों ने उन्हें ही फटकारते हुए कहा कि तुम तो अकेले हो, इतनी जमीन का क्या करोगे, जमीन छोड़ दो। फौजी जसरथ सिंह को जब उक्त जानकारी मिली तो उन्होंने अपने वरिष्ठ अधिकारियों को बताया। इस पर कंपनी कमांडर ने भी देवास कलेक्टर और एसपी, टोंकखुर्द टीआई, तहसीलदार और नगर परिषद सीएमओ को मदद के लिए पत्र लिखा। फौजी की मां जसकुंवर और पत्नी माधवी ने मंगलवार को जनसुनवाई में कलेक्टर से भी मदद की गुहार लगाई थी।