अरुण जेटली नहीं बनेंगे मंत्री

नई दिल्ली। नरेंद्र मोदी 30 मई को प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। नए मंत्रिमंडल में इस बार उनके खास मंत्री अरुण जेटली नजर नहीं आएंगे। पिछली सरकार में जेटली वित्त मंत्री थे।
निवर्तमान वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बुधवार को प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर कहा कि वे नई सरकार में शामिल नहीं हो पाएंगे। पत्र में उन्होंने कहा कि 5 साल सरकार का हिस्सा रहना मेरे लिए गर्व की बात थी और सीखने का अनुभव था। 18 महीनों से मैं गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का सामना कर रहा हूं। हालांकि, मेरे डॉक्टरों ने ज्यादातर बीमारियों से निकलने में मुझे मदद की। आपके चुनाव अभियान के खत्म होने और केदारनाथ जाने से पहले मैंने मौखिक रूप से आपको बता दिया था कि नई सरकार में शामिल नहीं हो पाऊंगा। मैं पार्टी और सरकार की अनौपचारिक मदद करता रहूंगा।
उल्लेखनीय है कि जेटली वर्ष 2014 में एनडीए सरकार में वित्त मंत्री और रक्षा मंत्री बनाए गए थे। बाद में मनोहर पर्रिकर ने रक्षा मंत्री की जिम्मेदारी संभाली थी। स्वास्थ्य ठीक नहीं होने से जेटली इस बार बजट पेश नहीं कर पाए थे। पीयूष गोयल ने वित्त मंत्रालय का कामकाज संभाला था। जेटली 2014 में 6 महीने रक्षा मंत्री रहे। पर्रिकर के गोवा का मुख्यमंत्री बनने के बाद जेटली को 2017 में 6 महीने के लिए दोबारा रक्षा मंत्री का प्रभार मिला। बाद में उनकी जगह निर्मला सीतारमण रक्षा मंत्री बनीं।