नई दिल्ली। सत्रहवीं लोकसभा के पहले सत्र में सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित नवनिर्वाचित सदस्यों ने सदन की सदस्यता की शपथ ली। शपथ लेने के लिए जैसे ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम पुकारा गया तो सदस्यों ने मेजें थपथपाकर उनका स्वागत किया।
इस बार सदन में लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, सुषमा स्वराज, मल्लिकार्जुन खड़गे और ज्योतिरादित्य सिंधिया जैसे बड़े नेता नहीं दिखेंगे। लोकसभा के कार्यवाहक अध्यक्ष वीरेंद्र कुमार ने पीठासीन अध्यक्षों के पैनल की घोषणा की जिनमें के. सुरेश, ब्रजभूषण शरण सिंह एवं बी. मेहताब शामिल हैं। सदन के नेता होने के कारण सोमवार को प्रधानमंत्री मोदी ने सबसे पहले शपथ ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, रसायन एवं उर्वरक मंत्री डीवी सदानंद गौड़ा, मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने भी शपथ ग्रहण की। सदन में हर किसी की नजर इस बात पर थी कि कौन किस सीट पर बैठेगा और सरकार में नंबर दो पर कौन होगा? पहली सीट पर सदन के नेता के तौर पर प्रधानमंत्री मोदी बैठे। उनके बाद राजनाथ सिंह और फिर अमित शाह का स्थान है। क्षा मंत्री राजनाथ सिंह लोकसभा में भाजपा के उपनेता हैं। प्रधानमंत्री मोदी सदन के नेता हैं। इस कारण वे नंबर दो पर बैठेंगे। पिछले कार्यकाल में भी राजनाथ सिंह प्रधानमंत्री के पास इसी सीट पर बैठते थे। जब राजनाथ सिंह को गृह मंत्री की बजाए रक्षा मंत्री की जिम्मेदारी सौंपी गई थी तब यह मुद्दा चर्चा में रहा था कि उनका कद नंबर दो से हटाकर तीन कर दिया गया है। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह सत्तापक्ष की पहली लाइन में राजनाथ सिंह के पास अर्थात पीएम की सीट से तीसरे नंबर पर बैठेंगे। पहले इस सीट पर तत्कालीन विदेश मंत्री सुषमा स्वराज बैठती थीं। वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी की सीट पर अब थावरचंद गहलोत बैठेंगे। सदन में पहली लाइन में नितिन गडकरी, सदानंद गौड़ा, रविशंकर प्रसाद, नरेंद्र सिंह तोमर और हरसिमरत कौर बैठीं।