नई दिल्ली। केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि यातायात नियमों के उल्लंघन पर भारी जुर्माना करने का निर्णय कानून का पालन अनिवार्य रूप से कराने के लिए लिया गया है न कि सरकारी खजाना भरने के लिए।
गडकरी ने देश में सड़क दुर्घटनाओं में हो रही मौतों का हवाला देते हुए कहा कि बहुत से ऐसे लोग हैं जो नियमों का पालन नहीं करते। उनके लिए सख्त जुर्माने के बगैर नियम कोई मायने नहीं रखते। जुर्माना बढ़ाने का फैसला काफी सोच-समझ कर और विभिन्न पक्षों से सलाह लेने के बाद लागू किया गया है। नियमों के उल्लंघन के कारण सड़कों पर हो रही मौतों की संख्या बहुत ज्यादा है। जुर्माने में वृद्धि सिर्फ और सिर्फ नियमों के उल्लंघन की घटनाएं रोकने के लिए है। अब तक नियमों का पालन बहुत ही कम होता रहा है। जुर्माना बढ़ाने के पीछे सरकार की मंशा यह है कि ऐसा वक्त आए जब एक भी व्यक्ति को जुर्माना नहीं देना पड़े और हर व्यक्ति कानून का पालन करता नजर आए। उल्लेखनीय है कि संशोधित मोटर व्हीकल एक्ट 1 सितंबर से लागू हो चुका है और अब भारी-भरकम जुर्माने के चालान की खबरें सुर्खियों में हैं। गुरुग्राम पुलिस ने गत दिवस एक ट्रैक्टर ट्रॉली ड्राइवर का नियमों के उल्लंघन के आरोप में 59 हजार रुपये का चालान काटा था।