नई दिल्ली। अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ सोमवार को जमीयत उलेमा ए हिंद ने सुप्रीम कोर्ट के समक्ष पुनर्विचार याचिका दाखिल की है। वहीं आॅल इंडिया पर्सनल लॉ बोर्ड ने कहा है कि बोर्ड द्वारा 9 दिसंबर के पहले किसी भी दिन पुनर्विचार याचिका दाखिल कर दी जाएगी।
मौलाना सैयद अशद रशीदी ने बताया कि जमीयत की ओर से अयोध्या भूमि विवाद को लेकर पुनर्विचार याचिका दाखिल कर दी गई है। उधर आॅल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की ओर से जफरयाब जिलानी ने कहा कि बोर्ड द्वारा रिव्यू पिटीशन तैयार कर ली गई है। इसे 9 दिसंबर से पहले किसी भी दिन फाइल कर दिया जाएगा। अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट द्वारा 9 नवंबर को दिए गए आदेश के खिलाफ अखिल भारतीय मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड और जमीयत-उलेमा-ए-हिंद द्वारा पुनर्विचार याचिका दायर करने के कदम को आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर ने दोहरा मानदंड करार दिया। सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित मध्यस्थता समिति के सदस्य रहे श्री श्री ने कहा कि हिंदुओं और मुसलमानों को आगे बढ़ना चाहिए और देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में काम करना चाहिए। भारत में मौजूदा आर्थिक संकट के संदर्भ में उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने के लिए बहुत कुछ करने की जरूरत है। श्री श्री ने नेताजी इंडोर स्टेडियम में लोगों को संबोधित करते हुए नए कार्यक्रम व्यक्ति विकास से राष्ट्र विकास की भी घोषणा की।