बैंगलुरु। आयकर विभाग ने इस बार कांग्रेस को निशाना बनाया है। विभाग की विभिन्न टीमों ने आज सुबह कर्नाटक में कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार के एक मंत्री सहित कई अन्य लोगों के ठिकानों पर छापा मारा। विभाग की एक टीम इगलटन रिसॉर्ट भी पहुंची जहां गुजरात के 40 से ज्यादा कांग्रेस विधायकों को ठहराया गया है। राज्यसभा चुनाव के पूर्व गुजरात में 6 कांग्रेस विधायकों के भाजपा में शामिल होने के बाद कांग्रेस ने अपने सभी विधायकों को गुजरात से हटा कर बैंगलुरू में ठहराया है।
सूत्रों के अनुसार आयकर विभाग नें कर्नाटक सरकार के मंत्री डीके शिवकुमार, सांसद डीके सुरेश, कांग्रेस एमएलसी एस. रवि के निवास सहित 39 स्थनों पर एकसाथ छापेमारी की है। गुजरात के कांग्रेस विधायकों को इगलटन रिजॉर्ट में ठहराने की जिम्मेदारी इन तीनों नेताओं को पार्टी ने सौंपी है। डीके शिवकुमार और डीके सुरेश कर्नाटक आपस में भाई हैं और कर्नाटक में डीके ब्रदर्स के नाम से प्रसिद्ध हैं। दोनों का कांग्रेस पार्टी में अच्छा-खासा प्रभाव है। विभाग की टीम इगलटन रिसॉर्ट भी पहुंची है। इस संबंध में अधिकारियों ने कहा कि डीके शिवकुमार रिसॉर्ट पर थे इसलिए टीम वहां गई। रिसॉर्ट की तलाशी नहीं ली गई। यह रिसॉर्ट शहर से करीब साठ किलोमीटर दूर बिदादी औद्योगिक क्षेत्र में है। यहां के एक कमरे का न्यूनतम किराया दस हजार रुपए प्रतिदिन है। इस क्षेत्र में कई बहुराष्ट्रीय कंपनियों के कार्यालय भी हैं। विभाग इस बात की जांच भी कर रहा है कि विधायकों को रिसॉर्ट में ठहराने के खर्च की व्यवस्था कहां से की गई और किसने की। विभाग का मानना है कि विधायकों की सुरक्षा और उन्हें ठहराने पर जो राशि खर्च की जा रही है उसमें नकदी का उपयोग अधिक किया जा रहा है। छापे में यह पता लगाया जा रहा है कि इतनी अधिक मात्रा में नकदी की व्यवस्था किस प्रकार की गई।
डीके शिवकुमार कर्नाटक के ऊर्जा मंत्री हैं जबकि डीके सुरेश बैंगलुरु ग्रामीण क्षेत्र से सांसद हैं। रिसॉर्ट डीके सुरेश के संसदीय क्षेत्र में स्थित है। क्षेत्र के राजनीतिज्ञों के अनुसार शिवकुमार कांग्रेस पार्टी में मजबूत स्थिति में हैं और उन्हें सीएम पद का दावेदार भी माना जाता है। वे कनकपुरा सीट से एक लाख से भी ज्यादा मतों से चुनाव जीते थे। उन्होंने चुनाव के समय नामांकन पत्र के साथ दाखिल किए गए हलफनामे में अपनी संपत्ति 250 करोड़ से अधिक बताई थी।
कांग्रेस ने ली आपत्ति
कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने कहा है कि भाजपा एक राज्यसभा सीट जीतने के लिए इतनी ज्यादा उठापटक कर रही है। रिसॉर्ट पर छापा इसलिए मारा गया है ताकि कांग्रेस विधायकों को बाहर निकाला जा सके और राज्यसभा चुनाव जीतने के लिए विधायकों से जोड़तोड़ हेतु चर्चा शुरू की जा सके। कांग्रेस ने इसे बदले की भावना से की गई कार्रवाई बताते हुए कहा कि भाजपा अपने राजनीतिक फायदे के लिए सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग कर रही है।
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