मुंबई। महाराष्ट्र राज्य परिवहन (एमएसआरटीसी) कर्मचारी सोमवार मध्यरात्रि से हड़ताल पर चले गए हैं। वेतन बढ़ाने की मांग को लेकर हड़ताल पर गए कर्मचारियों के कारण सरकारी बसें डिपो में ही खड़ी हैं। बसें नहीं चलने के करण पूरे प्रदेश में लोग रात से ही परेशान हैं। महाराष्ट्र परिवहन मंत्री दिवाकर राउते का कहना है कि कोर्ट ने इस हड़ताल को अवैध करार दिया है।
दीपावली से ठीक पहले सरकारी बसों की हड़ताल की वजह से लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। मुंबई में बेस्ट की लोकल बसें चलती हैं, इस कारण यहां लोगों पर इस हड़ताल का कोई असर नहीं पड़ा लेकिन जो लोग त्योहार के मौके पर घर जाना चाहते हैं, वे मुंबई में ही फंस गए हैं। मुंबई में सरकारी बस कर्मचारियों की पांच यूनियन हैं जिनमें से चार हड़ताल पर हैं। महाराष्ट्र परिवहन मंत्री ने महाराष्ट्र स्टेट रोड ट्रांसपोर्ट कॉपोर्रेशन के कर्मचारियों की हड़ताल पर कहा कि लेबर कोर्ट और इंडस्ट्रियल कोर्ट ने इस हड़ताल को गैरकानूनी माना है। हमें कर्मचारियों के साथ सहानुभूति है लेकिन उनकी मांग को पूरा नहीं किया जा सकता। हम कर्मचारियों की समस्या के हल के लिए एक कमेटी का गठन करने के लिए तैयार हैं।
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