प्रदेश के विकास को नए पंख लगाने की जरुरत

- विधानसभा चुनावों में विकास की नेक्स्ट जेन परिकल्पना रखना होगी
इंदौर। मध्यप्रदेश को अब देश के लोग अच्छे राज्य की तरह देखते है जहां पर अधोसंरचनात्मक विकास काफी अच्छा हुआ है। अब प्रदेश की छवि को बेहतरीन राज्य की तरह आम जनता के बीच रखना होगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इस बात को भली भांती जानते है और वे आने वाले विधानसभा चुनावों में प्रदेश की छवि को इस तरह से ही रखेंगे क्योंकि अब तक जिस प्रकार से विकास की अवधारणा रखी गई थी उस पर काम भी हो चुका है और आम जनता भी जान गई है कि राज्य सरकार क्या बोलती है और क्या करती है।
प्रदेश को तेज गति से आगे ले जाने के लिए नए विचार और नई योजनाओं का आगाज करने की बात करना होगी जिसमें आम जनता की भागीदारी हो और आम जनता को रोजगार देने की बात हो।  किस प्रकार से प्रदेश में ज्यादा से ज्यादा उद्योग लगे इसे लेकर बातें होना चाहिए....प्रदेश को राजस्व कैसे बढ़कर मिले इस ओर योजनाबद्ध तरीके से कैसे बढ़ सकते है इसका रोड़मैप बनाना जरुरी है। गत तीन वर्षों में केंद्र की नीतियों के कारण आर्थिक अनुशासन की ओर देश बढ़ रहा है और प्रदेश में भी इसका असर नजर आना चाहिए। 
राज्य सरकार को आर्थिक अनुशासन और लक्ष्य के साथ काम करने की आदत डालना होगी गुड गर्वेनेंस की बात करना होगी और इस बाता का ध्यान रखना होगा कि  इंदौर,भोपाल,ग्वालियर,जबलपुर नहीं है बल्कि अब अन्य छोटे केंद्र है जो कि विकास तेज गति से चाहते है । अब आम जनता को प्रदेश को विकास के फास्टट्रेक पर दौड़ते हुए देखना है और आम जनता अब यह भी याद रखती है कि इसके पूर्व में भाजपा ने क्या वादे किए थे और उनमें से कितने पूर्ण हुए है।  प्रदेश भाजपा और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को आऊट आॅफ द बॉक्स सोचने की जरुरत है और आम जनता को यह समझाने की जरुरत है कि हम विकास के अगले स्तर पर किस प्रकार से जाएंगे। विकास के अगले स्तर पर स्मार्ट विलेज से लेकर अन्य बातों पर लगातार बातें होना चाहिए और आम जनता के सामने लक्ष्य रखकर यह बात होना चाहिए कि किस प्रकार से विकास को तेज गति से आगे ले जाएंगे और विकास केवल मीडिया पर या कागजो पर नहीं होगा बल्कि आम जनता तक भी पहुंचेगा।