देहरादून। उत्तराखंड में करीब 1100 गांव पूरी तरह वीरान हो चुके हैं। करीब 4 हजार हेक्टेयर जमीन भी बंजर हो चुकी है। यह आंकड़े खुद सरकार ने सार्वजनिक किए हैं। कृषि मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा है कि रोजगार के अभाव में लोग पलायन कर रहे हैं। पलायन रोकने के लिए कृषि और बागवानी को बढ़ावा दिया जा रहा है।
ग्राम भटवाड़ी में स्वास्थ्य जागरूकता, कृषि, पर्यटन एवं सांस्कृतिक विकास मेले में कृषि मंत्री उनियाल ने कहा कि प्रदेश में लोगों का एक ही नारा था कि कोदा झंगोरा खाएंगे, अपना राज्य बनाएंगे लेकिन आज जब उत्तरप्रदेश से अलग होकर उत्तराखंड राज्य बन चुका है तो अधिकांश लोग पहाड़ी क्षेत्रों से मैदानों की ओर रुख कर रहे हैं। प्रदेश 1100 गांव वीरान तथा 3.97 हजार हेक्टेयर भूमि बंजर हो चुकी है। कृषि के क्षेत्र में 17 साल में 15 प्रतिशत की कमी आई है। पर्वतीय क्षेत्र के गांवों से हो रहे पलायन को रोकने के लिए सरकार कृषि बागवानी पर कार्य कर रही है। सरकार पंचायत में कृषि यंत्र बैंक खोलने जा रही है। जहां से किसान किराए पर कृषि यंत्र का प्रयोग कर खेती कर सकेंगे। बंदरों के आंतक से निजात दिलाने के लिए कृषि एवं वन विभाग के साथ समन्वय स्थापित कर फलदार पेड़ लगाने की योजना बनाई जा रही है।
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