शासकीय कर्मचारी भी मैदान में उतरे, फरवरी में प्रदर्शन

इंदौर। शासकीय कर्मचारी 15 फरवरी को प्रदर्शन कर शासन से लंबित मांगों का निराकरण तुरंत करने का आग्रह करेंगे। यदि शासन ने मांगों पर ध्यान नहीं दियरा तो मार्च में पूरे प्रदेश में कर्मचारियों द्वारा आंदोलन शुरू किया जाएगा।  
मप्र तृतीय वर्ग कर्मचारी महासंघ के प्रांतीय अध्यक्ष ओपी कटियार के अनुसार प्रदेश के कर्मचारियों की मांगों के निराकरण पर सरकार ध्यान नहीं दे रही है। संघ द्वारा हर जिले में कर्मचारियों की बैठक लेकर उन्हें लामबंद किया जा रहा है। 15 फरवरी को इंदौर सहित प्रदेश के सभी जिलों में कर्मचारीगण प्रदर्शन करेंगे। इंदौर में मुख्यमंत्री के नाम पर संभागाुयक्त को ज्ञापन सौंपा जाएगा। इसके बाद भी यदि शासन ने अपना रुख नहीं बदला तो कर्मचारीगण मार्च में बेमियादी हड़ताल प्रारंभ करेंगे। कर्मचारियों की प्रमुख मांगें हैं- केंद्रीय कर्मियों की तरह सातवें वेतनमान में समान भत्ता दिया जाए। सेवानिवृत्ति की आयु 60 वर्ष से बढ़ा कर 62 वर्ष की जाए। छठे वेतनमान की विसंगतियों को दूर करें। बाहरी एजेंसियों से कार्य कराने की व्यवस्था समाप्त की जाए।