इंदौर। लोकायुक्त पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की। पुलिस टीम ने बुरहानपुर जिला पंचायत सीईओ अमिताभ सिरवैया को 25 हजार रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा। लोकायुक्त पुलिस के अनुसर प्रदेश सरकार ने गत वर्ष मप्र पंचायत राज एवं ग्राम स्वराज अधिनियम की धारा 40 के तहत पंचायत के पदाधिकारियों को हटाना और अभिलेख एवं वस्तुएं वापस करने तथा राशि वसूल करने के अधिकार जिला पंचायत सीईओ को दिए हैं। इसी अधिकार के तहत सीईओ अमिताभ सिरवैया ने धारा 40 के केस में बरी करने के एवज में पूर्व सरपंच व फरियादी धर्मराज देवचन्द्र महाजन से 1 लाख रुपए की रिश्वत की मांग की थी। महाजन के कार्यकाल के 1.80 लाख रुपए के लंबित बिलों के भुगतान, बिरोदा ग्राम के वर्तमान सरपंच तथा सचिव को मनरेगा योजना में मृत व्यक्तियों के नाम से राशि निकालने के कारण पद से हटाने की कार्रवाई करने के एवज में रिश्वत मांगी गई थी। इसकी शिकायत महाजन ने लोकायुक्त पुलिस इंदौर को की। पुलिस ने सीईओ को रंगे हाथों गिरफ्तार करने के पहले महाजन को फोन पर दोनों की रिश्वत संबंधी चर्चा टेप करने के लिए कहा। चर्चा का यह टेप हाथ में आने के बाद महाजन को कहा गया कि वह शुरूआत में 25 हजार रुपए और बाकी राशि बाद में देने की बात कहे। सीईओ ने यह बात मान ली। इसके बाद महाजन के साथ लोकायुक्त पुलिस की टीम बुधवार को बुराहनपुर पहुंची। महाजन द्वारा दिए जाने वाले 25 हजार रुपए के नोटों पर लोकायुक्त पुलिस ने केमिकल पावडर लगा दिया था। सीईओ को रिश्वत देकर महाजन बाहर निकले और कुछ दूर खड़ी लोकायुक्त की टीम को इशारा कर दिया। यह टीम तुरंत सीईओ के कार्यालय में पहुंची। 25 हजार रुपए सीईओ से जब्त कर लिए गए। लोकायुक्त पुलिस की टीम को सामने देख कर सीईओ बुरी तरह घबरा गए। पुलिस ने उनके हाथ धुलाए गए। नोटों पर लगे पावडर से पानी का रंग गुलाबी हो गया। कार्रवाई की खबर तेजी से फैली और सीईओ कार्यालय के सामने लोगों की भीड़ लग गई।