मुंबई। देश में विभिन्न स्थानों पर बच्चियों से हो रहे दुर्व्यवहार और दुष्कर्म की घटनाओं के बीच एक ऐसा मामला भी सामने आया है जहां एक व्यक्ति ने स्टेशन पर भटक रही बच्ची को सुरक्षा प्रदान की और उसके परिजनों के सुपुर्द किया। मामला मुंबई महानगर का है।
16 वर्षीय प्रिया सिंह मुंबई के कुरार स्थित अपने घर के पास मंदिर में गई थी। जब वह घर वापस जाने के लिए मंदिर से रवाना हुई तो रास्ता भटक गई। दरअसल वह स्पेशल चाइल्ड है। किसी ने उसे लोकल रेलवे स्टेशन का रास्ता बता दिया। वह स्टेशन पहुंची और ट्रेन में सवार हो गई। उसे पता नहीं था कि किस स्टेशन पर उतरना है। सुबह से लेकर रात्रि तक वह ट्रेन में सफर करती रही। कई स्टेशनों पर उतरी और फिर लोकल ट्रेन में सवार हो गई।
रात्रि 10 बजे वह अंधेरी स्टेशन पर उतरी। वसई जाते हुए आईटी प्रोफेशनल हुसैन की नजर प्रिया पर पड़ी। इसके बाद वे नौकरी पर चले गए। लौटते समय अंधेरी स्टेशन पर प्रिया फिर उन्हें दिखाई दी। उसका चेहरा देखकर उन्हें लगा कि वह किसी परेशानी मे है। उन्होंने प्रिया से बात कर परेशानी जानने की कोशिश की लेकिन वह कुछ बता नहीं पाई। हुसैन ने अपनी पत्नी को फोन कर जानकारी दी। पत्नी ने भी प्रिया की मदद के लिए कहा। हुसैन प्रिया को अपने घर ले गए और फोन पर लोकल पुलिस को सूचना भी दी। हुसैन की दोनों बेटियों से प्रिया की दोस्ती हो गई। वह खाना खाकर सो गई। सुबह जागने पर हुसैन की बेटी ने प्रिया से उसके घर का पता व फोन नंबर पूछा तो कुछ देर तक याद करने के बाद उसने सही पता और फोन नंबर बता दिया। इसके बाद हुसैन ने प्रिया के पिता को फोन कर जानकारी दी कि उनकी बेटी सुरक्षित है। कुछ ही देर में कुरार पुलिस और प्रिया के पिता हुसैन के घर पहुंचे। रोते हुए उन्होंने बेटी को गले लगा लिया। उन्होंने हुसैन और उनकी पत्नी को धन्यवाद दिया और बेटी को साथ ले गए। हुसैन के अनुसार उनकी भी दो बेटियां हैं। उन्हें लगा कि प्रिया स्पेशल चाइल्ड है इसलिए जवाब नहीं दे पा रही है। सवाल करने पर वह और भी ज्यादा परेशान हो जाती थी। इसलिए वे उसे घर ले आए। उनकी बेटियों के साथ दोस्ती होने पर प्रिया अपना सही पता व फोन नंबर बता पाई।