इंदौर। लोकायुक्त पुलिस ने मध्यप्रदेश के धार जिले के जिला आबकारी अधिकारी पराक्रमसिंह चंद्रावत के इंदौर स्थित निवास और अन्य ठिकानों पर छापे मारे और करोड़ों की बेहिसाब व बेनामी संपत्ति पकड़ी।
चंद्रावत ने मई में अमेरिका जाने के लिए शासन से अनुमति मांगी थी लेकिन उससे पहले ही लोकायुक्त पुलिस ने उन्हें घेर लिया। पराक्रमसिंह के पिता नरेंद्रसिंह चंद्रावत थाना प्रभारी थे। वर्ष 1996 में गुंडे द्वारा उनकी हत्या के बाद वर्ष-2001 में शासन ने पराक्रमसिंह अनुकंपा नियुक्ति दी और वे आबकारी अधिकारी बने। लोकायुक्त एसपी दिलीप सोनी के अनुसार पुलिस टीमों ने चंद्रावत के स्कीम नंबर 74 स्थित निवास, धार स्थित जिला आबकारी अधिकारी कार्यालय तथा उनके पैतृक गांव कालूखेड़ा स्थित निवास पर एक साथ छापे मारे।जिला आबकारी अधिकारी पराक्रम सिंह को वर्तमान में 75 रुपए प्रतिमाह वेतन मिल रहा है। उनके संपूर्ण कार्यकाल के हिसाब से उन्हें अब तक वेतन के रुप में करीब 70 लाख रुपए मिले हैं लेकिन उनके पास करोड़ों की संपत्ति पाई गई है।
लोकायुक्त पुलिस के अनुसार घर पर 12 लाख और दोनों पेट्रोल पंप पर 1 करोड़ 12 लाख रुपए मिले। 1 करोड़ रुपए मूल्य के गहने, बंसी ट्रेड सेंटर में दूसरी मंजिल पर एक फ्लैट, बीसीएम हाइट्स के पांचवें माले पर एक आॅफिस, स्कीम नंबर 140 में साढ़े पांच हजार वर्गफीट का प्लॉट, लसूड़िया मोरी क्षेत्र में एक प्लॉट, जावरा में 20 बीघा जमीन में 6 वेयर हाउस, 90-90 लाख की दो और 60 लाख की एक कार मिली है। फिलहाल जांच जारी है।