मुंबई। कभी महाराष्ट्र में उनकी एक आवाज पर पुलिस से लेकर प्रशासन के अधिकारी तुरंत हाजिर होते थे। वे जो कहते थे उसे गंभीरता से लेकर तुरंत कार्रवाई की जाती थी लेकिन लेकिन आज वे इतने मजबूर हो गए हैं कि बेटा ही उनकी नहीं सुन रहा है। यह मामला है महाराष्ट्र सरकार के पूर्व मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रंजीत देशमुख का। देशमुख ने अपने बेटे के खिलाफ मकान पर जबरन कब्जा करने का मामला पुलिस थाने में दर्ज कराया है। देशमुख महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं। छोटे बेटे डॉ. अमोल के खिलाफ शिकायत दर्ज कराते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि बेटे से बार-बार आग्रह करने के बावजूद वह मकान खाली नहीं कर रहा है। यह मकान नागपुर शहर में है। रंजीत देशमुख ने नागपुर के सिताबुल्दी थाने में दर्ज कराई गई शिकायत में कहा है कि बेटे ने मकान की दूसरी मंजिल पर कब्जा कर रखा है। देशमुख का कहना है कि वे पिछले दस साल से गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं। बेटे के तमाम मित्रों और कर्मचारियों के उनके घर में आने से उनका स्वास्थ्य प्रभावित हो रहा है। पुलिस के अनुसार शिकायत के आधार पर कार्रवाई की जा रही है।