मुंबई। भाजपा के विधायक अनिल गोटे ने भाजपा और विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने की घोषणा की है। उन्होंने आरोप लगाया कि पार्टी में अपराधियों को शामिल किया जा रहा है और इसी के विरोध में उन्होंने इस्तीफा देने का निर्णय लिया है।
गोटे धुले विधानसभा सीट से विधायक चुने गए थे। वे राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के कुछ नेताओं को भाजपा में शामिल करने का विरोध कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वे 19 नवम्बर को शीतकालीन सत्र के पहले दिन महाराष्ट्र विधानसभा से इस्तीफा दे देंगे और पार्टी भी छोड़ देंगे। गोटे ने कहा कि मेरे विरोध के बावजूद पार्टी के वरिष्ठ नेता धुले नगर निगम चुनाव से पहले आपराधिक पृष्ठभूमि के लोगों को भाजपा में शामिल कर रहे हैं। अगर ऐेसे लोग निर्वाचित हुए तो भ्रष्ट कार्यों से धुले शहर को बर्बाद कर देंगे। गोटे ने कहा कि वे अगले माह होने वाले धुले नगर निकाय में महापौर का चुनाव लड़ेंगे। गोटे वर्ष 2009 का विधानसभा चुनाव निर्दलीय जीते थे और वर्ष 2014 के विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा में शामिल हो गए थे। उल्लेखनीय है कि पिछले माह भाजपा के विधायक आशीष देशमुख ने भी विधानसभा और पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। वे नागपुर जिले के काटोल विधानसभा क्षेत्र से विधायक थे।