हरिद्वार। संपूर्ण भारत ही नहीं बल्कि विश्व के विभिन्न क्षेत्रों से हिंदू धर्मावलंबी हर दिन धर्मनगरी हरिद्वार पहुंच कर गंगा स्नान और पूजन करते हैं लेकिन कुछ लोग यहां भी पाप करने से नहीं डरते। ताजा मामले एक बीमार बुजुर्ग का है जिसे उनके बेटे ने हरिद्वार रेलवे स्टेशन पर लावारिस छोड़ दिया। लकवाग्रस्त बुजुर्ग पिछले एक माह से भीषण ठंड में खुलेआसमान के नीचे रात गुजारने के लिए मजबूर हैं।
सत्तर वर्षीय बुजुर्ग का नाम सुनील महेंदु बताया गया है। बुजुर्ग का कहना है कि करीब एक माह पहले उनका पुत्र इलाज कराने का बोल कर उन्हें हरिद्वार लाया था। यहां रेलवे स्टेशन पर बैठा कर कुछ कागजातों पर मेरे हस्ताक्षर कराए। इसके बाद बेटे ने पिता से कहा कि स्टेशन पर ही बैठें, मैं दवाईयां लेकर आता हूं। वह दवा लेने गया और फिर आज तक लौट कर नहीं आया। बुजुर्ग ने कुछ घंटों तक इंतजार किया, फिर घबराते और रोते हुए आते-जाते लोगों को अपनी व्यथा बताई। किसी ने खाने को दे दिया तो किसी ने कुछ पैसे दे दिए।
वे स्टेशन पर ही एक माह से पड़े हैं। लकवे के कारण वे न तो ठीक से बोल पाते हैं और न ही ठीक से चल पाते हैं।
हाल ही में रेलवे चाइल्ड हेल्पलाइन के सदस्यों ने उनकी सुध ली। बुजुर्ग ने रोते हुए अपनी आपबीती बताई। उन्होंने कहा कि इकलौते पुत्र को बड़े लाड़-प्यार से पाला और अच्छी शिक्षा दिलाई थी लेकिन कभी नहीं सोचा था कि वह उनके साथ ऐसा करेगा। बुजुर्ग ने यह भी बताया कि वे शासकीय सेवा में अच्छे पद पर थे और रिटायरमेंट के बाद उन्हें पेंशन भी मिल रही थी। हेल्पलाइन के सदस्यों ने बुजुर्ग के लिए कंबलों का इंतजाम किया। बुजुर्ग ने अपना पता बड़ाला पथड़ी रोड इंद्रा नगर नासिक बताया है। हेल्प लाइन के सदस्यों ने नासिक पुलिस को सूचना दी है ताकि उनके बेटे को बुलाया जा सके।