बागेश्वर। दूल्हे के घोड़ी चढ़ने के पहले उसके माता-पिता मुसीबत में फंस गए। किसी ने दूल्हे को सलाह दी कि विवाह के आमंत्रण कार्ड पर ऐसा कुछ करो कि टीवी, वाट्सएप और फेसबुक पर तुम छा जाओ। बस, फिर क्या था दूल्हे ने आमंत्रण कार्ड पर भाजपा का चुनाव चिन्ह कमल का फूल और भाजपा को वोट देने की अपील छपवा दी। कार्ड बंटे तब तक आचार संहिता लागू हो चुकी थी। चूंकि आमंत्रण पत्र दूल्हे के माता-पिता की ओर से जारी किए गए थे इसलिए पुलिस ने माता-पिता के खिलाफ केस दर्ज कर लिया।
मामला उत्तराखंड के बागेश्वर का है। यहां के गरुड़ तहसील के ग्राम जोशीखोला मटेना निवासी जगदीश जोशी और उनकी पत्नी देवकी जोशी ने अपने बेटे की 22 अप्रैल को होने वाली शादी के कार्ड छपवाए थे। इस कार्ड में उन्होंने भाजपा का चुनाव चिन्ह कमल का फूल छपवाया और भाजपा के पक्ष में वोट देने की अपील भी की। बताते हैं कि किसी ने दूल्हे को सलाह दी थी कि ऐसा करने से सोशल मीडिया पर छा जाओगे और टीवी पर देश भर में तुम्हारे चर्चे होंगे। चर्चे तो शुरू हुए लेकिन उसके साथ ही मुसीबत भी आ गई। वह भी छोटी नहीं बल्कि बड़ी मुसीबत।
सोशल मीडिया पर हुए चर्चे जिला निर्वाचन अधिकारी तक जा पहुंचे। लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लागू हो चुकी थी। जिला निर्वाचन अधिकारी के निर्देश पर सहायक रिटर्निंग आफिसर राकेश तिवारी ने जोशी दंपति को नोटिस जारी किया। उनसे पूछा गया कि शादी के कार्ड में कमल का फूल और भाजपा के पक्ष में वोट देने की अपील करने के पहले भाजपा से अनुमति ली गई थी क्या? जोशी दंपति ने स्वीकार किया कि गलती हो गई। इसके बाद सहायक रिटर्निंग आफिसर ने जवाब को संतोषजनक नहीं मानते हुए जोशी दंपति के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए। बैजनाथ थानाध्यक्ष कैलाशसिंह बिष्ट के अनुसार जोशी दंपति के विरुद्ध आईपीसी की धारा 171-एच और 123 लोक जनप्रतिनिधित्व अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।