बड़वानी (मध्यप्रदेश)। एक महिला अपने पति को मौत के मुंह में से सुरक्षित निकाल लाई। पति फिलहाल अस्पताल में भर्ती है। लोगों ने महिला की प्रशंसा करते हुए उसकी तुलना सावित्री से की है।
बड़वानी जिले में सोमवार को बड़ी संख्या में लोग नर्मदा स्नान के लिए पहुंचे थे। इन्हीं लोगों में ग्राम बोरखेड़ी निवासी लूसिया पिता मुनिया (35 वर्ष) तथा उसकी पत्नी उगली भी शामिल थे। सुबह करीब सात बजे पति-पत्नी नर्मदा स्नान कर रहे थे। इसी दौरान लूसिया तैरते हुए किनारे से थोड़ा दूर चला गया। अचानक वह चीखने लगा और मदद के लिए पत्नी को आवाज लगाने लगा। पत्नी ने देखा कि करीब सात फीट लंबे मगरमच्छ ने उसके पति के दोनों पैर अपने जबड़े में पकड़ रखे थे और वह उसे गहरे पानी में ले जाने की कोशिश कर रहा था। पत्नी उगली ने बिना देर किए नदी किनारे पड़े बड़े आकार के पत्थर उठा कर मगरमच्छ को मारना शुरू किया। थोड़ी देर तक मगरमच्छ ने पत्थरों का सामना किया। इसी बीच एक बड़ा पत्थर उसके जबड़े पर लगा तो उसने लूसिया को छोड़ दिया और पानी में गोता लगा कर भाग निकला। उगली ने सहायता के लिए शोर मचाया। आसपास स्नान कर रहे लोगों ने लूसिया को पानी से बाहर निकाला और तुरंत अस्पताल पहुंचाया। उसके दोनों पैरों में गंभीर जख्म हो गए हैं। क्षेत्र के लोगों ने बताया कि इस क्षेत्र में नर्मदा में मगरमच्छ दिखाई नहीं देते हैं, इस कारण लोग बिना किसी भय के यहां स्नान करते हैं। लोगों का मानना है कि किसी अन्य स्थान से मगरमच्छ इस इलाके में आया और उसने लूसिया पर हमला कर दिया। लूसिया के पत्नी के साहस की पूरे क्षेत्र में प्रशंसा हो रही है। यदि वह तुरंत पत्थरों से मगरमच्छ पर हमला नहीं करती तो पति को बचाना मुश्किल हो जाता।